India News (इंडिया न्यूज), S Jaishankar: रविवार को पीएम नरेंद्र मोदी के साथ कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद एस जयशंकर ने सोमवार (10 जून, 2024) को विदेश मंत्री के रूप में काम करना शुरू कर दिया। इसके साथ ही वह विदेश मंत्री के रूप में लगातार दूसरा कार्यकाल शुरू करने वाले देश के पहले विदेश मंत्री बन गए हैं। आजादी के बाद से कोई भी व्यक्ति विदेश मंत्री के रूप में एक कार्यकाल के बाद दूसरा कार्यकाल शुरू नहीं कर पाया है।
इसका अपवाद देश के पहले प्रधानमंत्री स्वर्गीय जवाहरलाल नेहरू हैं, जिन्होंने लगातार 16 वर्षों तक शीर्ष पद पर रहते हुए विदेश मंत्रालय का कार्यभार भी संभाला था।
सुषमा स्वराज पांच साल तक रही विदेश मंत्री
हाल के दशकों में केवल स्वर्गीय सुषमा स्वराज ही पीएम मोदी के पहले कार्यकाल के दौरान पांच साल तक विदेश मंत्री रहीं। इसके अलावा सरदार स्वर्ण सिंह दो बार विदेश मंत्री बनाए गए हैं, लेकिन उनका कार्यकाल अलग-अलग रहा है।
NDA और UPA सरकार में कई नेता विदेश मंत्री बने
अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में बनी एनडीए सरकार और बाद में डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार (वर्ष 2004 से वर्ष 2014 तक) के कार्यकाल में किसी को भी पूरे कार्यकाल के लिए विदेश मंत्री नहीं बनाया गया। इस दौरान जसवंत सिंह, यशवंत सिन्हा, नटवर सिंह, प्रणब मुखर्जी, एसएम कृष्णा, सलमान खुर्शीद ने अलग-अलग समय पर विदेश मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाली।
जयशंकर को विदेश सेवा का लंबा अनुभव
इसके अलावा वाजपेयी और मनमोहन सिंह भी पीएम रहते हुए महीनों तक अतिरिक्त जिम्मेदारी के तौर पर विदेश मंत्रालय संभाल चुके हैं। एस जयशंकर देश के पहले ऐसे विदेश मंत्री भी हैं जिन्होंने विदेश मंत्रालय में लंबे समय तक सेवाएं दी हैं और भारत के विदेश सचिव के तौर पर भी काम किया है।
अपने पहले कार्यकाल (2019-2024) में उन्होंने भारतीय कूटनीति का बेहद गतिशील लेकिन बेहद व्यावहारिक चेहरा पेश किया है, जिसने तेजी से बदलती वैश्विक व्यवस्था में भारत के हितों को सही परिप्रेक्ष्य में रखा है।