India News (इंडिया न्यूज),Pahalgam terror attack:बाजार मटिया महल ट्रेडर्स एसोसिएशन ने जुमे की नमाज अदा करने के बाद जामा मस्जिद की सीढ़ियों पर पहलगाम आतंकी हमले  के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन करते हुए जामा मस्जिद में कहा गया कि कश्मीर के उन भाइयों को सलाम जिन्होंने आतंकवाद को मुंहतोड़ जवाब दिया। और हर किसी की जान बचाने काम किया। हम उन 26 परिवारों के साथ है जिन परिवारों की नजायज जान गई। हिंदुस्तान का एक-एक नागरिक 140 करोड़ नागरिक हिंदू हो मुसलमान हो सिख है ईसाई हो या इस देश का 30 करोड़ मुस्लिम आतंकवाद को इस देश में किसी भी हाल में पनपने नही देगा। ये भाई को भाई से लड़वाना चाहते है इस देश में 75 साल पहले हिन्दू और मुसलमान ने इस मुल्क की आजादी के लिए लड़ी थी। लेकिन आज ये कहा जा रहा है कि अब ये लड़ाई हिंदू ,मुसलमान, सिख, ईसाई सीना चौड़ा करके आतंकवाद के खिलाफ लड़ेगा।

घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए एक विशेष दुआ का आयोजन करें -मौलाना खालिद रशीद

वहीं पहलगाम आतंकी हमले पर लखनऊ ईदगाह इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा, “आज जुमे के अवसर पर हमने सभी मस्जिदों और इमामों से अपील की है कि वे हमारे देश और पूरी दुनिया से आतंकवाद के खात्मे के लिए विशेष रूप से इस बर्बर हमले में शामिल लोगों के लिए और सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए एक विशेष दुआ का आयोजन करें.”

नहीं सहा जाएगा जुल्म

इतना ही नहीं शाही इमाम ने ये भी कहा कि, धर्म के नाम पर मासूम लोगों की हत्या करना एक ऐसा अपराध है जो माफ़ी के काबिल भी नहीं है। इतना ही नहीं उन्होंने इसे ‘नाकाबिल-ए-माफी जुर्म’ बताया और कहा है कि ऐसे दरिंदों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। इमाम बुखारी ने हमले में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना जताते हुए कहा कि, मैं उनके दुख में उनके साथ खड़ा हूं। वहीँ अहमद बुखारी ने यह भी कहा कि वो आने वाले शुक्रवार को जामा मस्जिद से इस संबंध में घोषणा करेंगे। उन्होंने साफ कहा कि धर्म के नाम पर इस तरह की हिंसा न केवल धर्म का अपमान है बल्कि इंसानियत के खिलाफ सबसे बड़ा अपराध भी है।

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