India News (इंडिया न्यूज), Sambhal Jama Masjid Survey Controversy: उत्तर प्रदेश के संभल में शाही जामा मस्जिद का सर्वे करने गए अफसरों की टीम पर हुए पथराव को लेकर भारतीय जनता पार्टी भड़क गई है। रविवार (24 नवंबर, 2024) को संभल में पुलिस और सर्वे टीम पर पथराव किया गया। हाथापाई और धक्का-मुक्की के बाद भीड़ बेकाबू हो गई है। हजारों लोगों की भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया है। ऐसे में पुलिसकर्मियों को बल प्रयोग भी करना पड़ा। फिलहाल इस हंगामे पर बीजेपी ने प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी का कहना है कि, कोर्ट के आदेश पर संभल में सर्वे करने गई टीम पर पथराव करना निश्चित तौर पर दिखाता है कि इन लोगों को संविधान पर भरोसा नहीं है।
भाजपा प्रवक्ता ने कही ये बात
राकेश त्रिपाठी ने दंगाइयों को लेकर कहा कि ये मुगल सल्तनत का जमाना नहीं है कि आप किसी जोर के दबाव में कोई कार्रवाई कर सके ,कानून हाथ में लेने की कोशिश हुई तो सख्त कार्रवाई होगी।’ उन्होंने अपने बयान में कहा कि, अगर किसी तरह की आपत्ति है तो लोकतांत्रिक तरीके से और न्यायपालिका पर भरोसा करके अपील करनी चाहिए और उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाना चाहिए। लेकिन अगर कोई बल प्रयोग करके किसी तरह का कब्जा जमाने की कोशिश कर रहा है तो इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता।
लोगों से की ये अपील
प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए बेहद सख्त कार्रवाई की जाएगी। निश्चित तौर पर अगर कोई कानून हाथ में लेने की कोशिश करेगा तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। हमारी अपील है कि लोग वहां शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए काम करें और न्यायालय के आदेश का पालन करें।’
हिंदू पक्ष ने ठोका ये दावा
हिन्दू पक्ष का दावा है कि संभल में शाही जामा मस्जिद की जगह पर मंदिर है। हिन्दू पक्ष की ओर से न्यायालय में मस्जिद के अंदर सर्वे के लिए अर्जी दाखिल की गई थी। इस पर स्थानीय न्यायालय ने भी सर्वे के आदेश दिए थे। 19 नवंबर को स्थानीय पुलिस और मस्जिद की प्रबंध समिति के सदस्यों की मौजूदगी में सर्वे कराया गया था। हालांकि, इसके बाद से ही संभल में एक विशेष समुदाय के लोग नाराज हैं। हालात बिगड़ने से पहले ही संभल में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
भारी पुलिस बल की तैनाती के बीच हुआ सर्वे
रविवार को भारी पुलिस बल की तैनाती के बीच पुलिस और अधिकारियों की टीम फिर से सर्वे के लिए गई। सर्वे शुरू होने से पहले ही एक विशेष समुदाय के लोगों और वहां मौजूद पुलिस के बीच हाथापाई हो गई। धीरे-धीरे हालात बिगड़ने लगे और लोग बेकाबू होने लगे। कुछ देर बाद भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने उपद्रवियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। सर्वे रोकने के लिए हजारों लोग मस्जिद के पास जमा हो गए हैं।
अदाणी मामले पर कांग्रेस ने जमकर किया प्रदर्शन, PM मोदी और गृह मंत्री पर उठाए सवाल