India News (इंडिया न्यूज), Sanjay Raut On Kulbhushan Jadhav : मुंबई में 26/11 आतंकी हमले के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक तहव्वुर हुसैन राणा को दिल्ली लाया गया है। आज यानी 10 अप्रैल को पालम एयरपोर्ट पर विशेष विमान से लैंड किया गया है। लैंडिंग के बाद की प्रक्रियाएं पूरी की जा रही हैं। आधिकारिक तौर पर उसे गिरफ्तार करने के बाद एनआईए मुख्यालय ले जाया जाएगा। इसके बाद आगे की कानूनी कार्यवाही पूरी की जाएगी।
राणा के भारत आते ही राजनीति शुरू हो गई है। एक तरफ जहां बीजेपी इसे बड़ी जीत मान रही है, वहीं दूसरी तरफ विपक्ष इस मुद्दे पर मोदी सरकार पर निशाना साध रहा है।
अब इसी कड़ी में शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि ये लोग तहव्वुर राणा का उत्सव मना रहे हैं। विपक्षी दलों का कहना है कि सरकार सिर्फ श्रेय लेने के लिए इसका प्रचार कर रही है।
‘कुलभूषण जाधव, दाऊद इब्राहिम को लाओ’
तहव्वुर राणा को भारत लाए जाने पर संजय राउत की प्रतिक्रिया सामने आई है। राउत ने कहा है कि कुलभूषण जाधव पाकिस्तान की जेल में सड़ रहा है, उसे वापस लाओ। दाऊद इब्राहिम को वापस लाओ। जब तक बिहार चुनाव खत्म नहीं हो जाते, वे देश में तहव्वुर राणा का उत्सव मनाएंगे।
वहीं, उनकी ही पार्टी की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि राणा का प्रत्यर्पण आतंकी हमले के पीड़ित परिवारों के लिए न्याय की दिशा में एक कदम है। उन्होंने ट्विटर पर कहा, अब डेविड हेडली और हाफिज सईद को यहां घसीटकर लाया जाना चाहिए और सजा मिलनी चाहिए।
भारत आने के बाद राणा का क्या होगा?
अभी तक की जानकारी के मुताबिक राणा को नई दिल्ली की तिहाड़ जेल में हाई सिक्योरिटी वार्ड में रखा जा सकता है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक तहव्वुर राणा को हेडली के आतंकी संबंधों के बारे में पता था और उसने मुंबई में ठिकानों की टोह लेने और नई दिल्ली में नेशनल डिफेंस कॉलेज और मुंबई में चबाड हाउस पर हमलों की साजिश रचने में भी मदद की थी। इसके अलावा राणा ने डेविड कोलमैन हेडली उर्फ दाऊद गिलानी को भारत का वीजा दिलाने में भी मदद की थी।
मुंबई 26/11 आतंकी हमला
26 नवंबर 2008 को पाकिस्तान से 10 आतंकवादी अरब सागर के रास्ते मुंबई में घुसे थे। इन आतंकवादियों ने CSMT, दो आलीशान होटलों और एक यहूदी केंद्र पर हमला किया था। इस हमले में 166 लोग मारे गए थे। बाद में भारतीय सुरक्षा बलों ने सभी 9 आतंकवादियों को मार गिराया, जबकि कसाब को पकड़ लिया गया। बाद में उसे फांसी दे दी गई