India News ( इंडिया न्यूज़ ),Scam Alert: ऑनलाइन घोटाला अभी सरकार के लिए एक चुनौती के तौर पर हो गई है। अभी कुछ हफ्ते पहले ही दिल्ली से ऑनलाइन घोटाले का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया था, जहां एक डॉक्टर को कूरियर से जुड़े घोटाले में फंसकर लगभग 4.47 करोड़ रुपये का चूना लगाया गया था। जहां इस मामले ने कई लोगों को चौंका दिया, वहीं अब इसी तरह की धोखाधड़ी की एक और घटना मुंबई, महाराष्ट्र से सामने आई है। इस बार, आईटी पेशेवर के तौर पर काम करने वाली एक महिला से साइबर जालसाजों ने 1.97 लाख रुपये लूट लिए। मिली जानकारी के अनुसार लूटेरो ने खुद को नारकोटिक्स विभाग का अधिकारी बताया था।
खुद को बताया नारकोटिक्स अधिकारी
इस स्कैम के बारे में जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने कहा कि, घटना मंगलवार को सामने आई, जब घोड़ापदेव की महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के अनुसार, उन्हें मंगलवार को एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन किया, जिसने खुद को एक कूरियर कंपनी का रिप्रेजेंटेटिव होने का दावा किया। उसने शिकायतकर्ता को बताया कि ताइवान के लिए उसका पार्सल कुछ दिक्कतों के कारण प्रोसीड नहीं हुआ है। पीड़िता ने कॉल करने वाले को बताया कि उसने ताइवान के लिए कोई पार्सल नहीं भेजा है। फोन करने वाले ने उससे कहा कि, अगर पार्सल उसका नहीं है तो उसे ऑनलाइन पुलिस से संपर्क करना चाहिए क्योंकि इसमें पांच पासपोर्ट, दो क्रेडिट कार्ड और कुछ नशीला पदार्थ मिला है। जिसके बाद कॉल करने वाले ने कॉल को किसी अन्य व्यक्ति को ट्रांसफर कर दिया, जिसने दावा किया कि वह पुलिस विभाग से है और चूंकि मामला नशीले पदार्थों से संबंधित था, इसलिए उसने कॉल को ‘नारकोटिक्स विभाग’ के अधिकारी को स्थानांतरित कर दिया। जिसके थोड़ी देर बाद, खुद को नारकोटिक्स विभाग के अधिकारी बताने वाले जालसाजों ने पीड़िता से उसका आधार नंबर पूछा और दावा किया कि यह क्रिमिनल बैंक अकाउंट्स से जुड़ा हुआ है। उन्होंने समस्या के समाधान के लिए उसे स्काइप एप डाउनलोड करने के लिए कहा, पीड़िता ने निर्देशानुसार स्काइप एप डाउनलोड किया और कॉल करने वाले ने उसे एक आईडी दी, जिसमें यूजरनेम में ‘नारकोटिक्स विभाग’ का उल्लेख किया गया था। इसलिए पीड़ित को कॉल करने वाले पर किसी भी तरह से संदेह नहीं हुआ। पीड़िता स्काइप पर एक वीडियो कॉल में शामिल हुई, जिसमें स्कैमर्स ने अपराधियों की कुछ तस्वीरें पेश कीं और झूठा दावा किया कि इन अपराधियों के बैंक अकाउंट्स उसके आधार नंबर से जुड़े हैं। कॉल करने वाले ने पीड़िता को “नारकोटिक्स विभाग” का संदर्भ देते हुए एक लेटर भेजा और उसके बैंक अकाउंट्स के बारे में जानकारी मांगी। इसके अलावा उसने उसे आधार वेरिफिकेशन के उद्देश्य से दो अकाउंट्स से 98,888 रुपये जमा करने के लिए कहा और उसे भरोसा दिलासा कि वेरिफिकेशन के बाद राशि वापस कर दी जाएगी। कॉल करने वाले की बातों पर भरोसा करते हुए, पीड़िता ने पैसे भेज दिए और रिफंड का इंतजार करने लगी। हालांकि, कुछ देर इंतजार करने के बाद उसे धोखाधड़ी का अंदाजा हुआ है। इसके बाद उन्होंने स्कैमर्स के खिलाफ पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई।
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