India News (इंडिया न्यूज़) दिल्ली, SCO Meeting: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (4 जूलाई) को शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के वर्चुअल शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेंगे। इस मीटिंग में SCO समूह के लगभग सभी प्रमुख देशों के नेता मौजूद हैं। बैठक में वर्चुअल तौर पर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ सहित अन्य सदस्य देशों के प्रतिनिधि इसमें शामिल हैं।

एससीओ शिखर सम्मेलन वर्चुअल मीटिंग में एशियाई देश अफगानिस्तान की ओर से चिंता वक्त करते हुए कहा, ”अफगानिस्तान की स्थिति का सीधा असर हम सभी (देशों) की सुरक्षा पर पड़ा है। अफगानिस्तान को लेकर भारत की चिंताएं और अपेक्षाएं एससीओ के ज्यादातर सदस्य देशों की तरह ही हैं। अफगानिस्तान के लोगों के कल्याण के लिए एकजुट प्रयास…यह महत्वपूर्ण है कि अफगानिस्तान की भूमि का उपयोग पड़ोसी देशों में अशांति फैलाने या चरमपंथी विचारधारा को बढ़ावा देने के लिए नहीं किया जाए।”

 

सूत्रों के मुताबिक इस मीटिंग के प्रमुख रुप से अफगानिस्तान की स्थिति, यूक्रेन संघर्ष और एससीओ सदस्य देशों के बीच सहयोग, संपर्क और व्यापार बढ़ाने पर चर्चा होने की उम्मीद है।

वहीं पिछले महीने रुस को हिलाकर रखने वाले प्राइवेट सन्य विद्रोह को बाद रुस के राष्ट्रपति पुतिन की ये पहली सर्वजनिक बैठक है। साथ ही एचसीओ का अध्यता कर रहा भारत इस ग्रुप में आज एक सदस्य के रुप में ईरान का भी स्वागत करने जा रहा है। गौरतलब है कि 12 बजे से शुरू हुई ये बैठक दोपहर 3 बजे तक खत्म हो सकती है।

क्या है एससीओ ?

बता दें कि एससीओ की स्थापना 2001 में शंघाई में एक शिखर सम्मेलन में की गई थी। इसमें रूस, चीन, किर्गिज गणराज्य, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपतियों मौजूद थे। भारत और पाकिस्तान 2017 में स्थायी सदस्य बने। भारत को 2005 में एससीओ में आम तौर पर समूह की मंत्री स्तरीय बैठकों में भाग लिया था। ये समूह यूरेशियन क्षेत्र में राजनीति, आर्थिक और सुरक्षा के सहयोग में बतचीत करता है।

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