India News (इंडिया न्यूज), Sukma Encounter News : छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में आज शनिवार 29 मार्च को सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। यहां हुई मुठभेड़ में जवानों ने 16 नक्सलियों को मार गिराया। वहीं 2 जवान घायल बताए जा रहे हैं। मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों ने वहां से कई हथियार भी बरामद किए हैं।

नक्सली अभियान में इतनी बड़ी सफलता के बाद ये सब के मन में ये सवाल उठ रहा है कि नक्सलियों के इतने मजबूत गढ़ में 4 साल में पहली बार जवान कैसे पहुंच गए और इतने बड़े ऑपरेशन को अंजाम दे दिया। खबरों के मुताबिक सुरक्षा बलों को केरलापाल थानाक्षेत्र के गोगुंडा की पहाड़ी पर नक्सली कमांडर जगदीश के होने की सूचना मिली थी। इसी के बाद डीआरजी और सीआरपीएफ के जवान वहां के लिए रवाना हो गए।

जवानों ने इलाके में जब सर्चिंग अभियान चलाया उसी वक्त नक्सलियों ने उनपर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कारवाई में सुरक्षाबलों ने 16 नक्सलियों को ढेर कर दिया। जबकि मुठभेड़ में दो जवान भी घायल हो गए। ये ऑपरेशन कितना खतरनाक था इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि यो पूरा इलाका पहाड़ों से घिरा हुआ है। 4 साल में इस दुर्गम इलाकों में पहली बार सुरक्षा बलों ने नक्सलियों को घेर कर मारा है। ये इलाका नक्सलियों का सबसे सुरक्षित स्थान माना जाता है।

नक्सलियों के टॉप लीडर को घेरा

बड़ी खबर ये है कि सुरक्षा बलों ने इस इलाके में नक्सलियों के टॉप लीडर को घेरा हुआ है। खुद सुकमा एसपी इस ऑपरेशन को लीड कर रहे हैं। इसके अलावा सुकमा डीआरजी और सीआरपीएफ के जवान भी इस ऑपरेशन में शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक नक्सलियों के सबसे दुर्गम इलाके में से एक केरलापाली कमेटी के सदस्य इस एनकाउंटर में मारे गए हैं।

मुठभेड़ सुबह 6 बजकर 50 मिनट पर शुरू हुई। घायल दोनों जवानों को उपचार के लिए रायपुर भेजा जाएगा। इसके अलावा मुठभेड़ की जगह से भारी मात्रा में AK 47, एसएलआर, आईएनएसएएस राइफल , .303 Rifle, रॉकेट लांचर, बीजीएल लांचर हथियार समेत विस्फोटक बरामद किए गए हैं।

2026 तक नक्सलवाद खत्म – गृह मंत्री

सुकमा में मारे गए 16 नक्सलियों पर गृह मंत्री अमित शाह का बयान भी सामने आया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि नक्सलवाद पर एक और प्रहार! हमारी सुरक्षा एजेंसियों ने सुकमा में एक अभियान में 16 नक्सलियों को मार गिराया और स्वचालित हथियारों का एक बड़ा जखीरा बरामद किया है। गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सरकार 31 मार्च, 2026 से पहले नक्सलवाद को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। हथियार रखने वालों से मेरी अपील है कि हथियार और हिंसा बदलाव नहीं ला सकते, शांति और विकास ही ला सकते हैं।

‘ये सिर्फ मुसलमानों का…’, कुणाल कामरा का जिक्र कर फडणवीस-CM योगी पर फायर हुए ओवैसी, अब बवाल मचना तय!

घर से मिले बेशुमार नोटों के मामले में जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ कब दर्ज होगी FIR? Amit Shah ने बता दी तारीख