India News (इंडिया न्यूज), Shani Dev: शनि की साढ़ेसाती को 3 चरणों में बांटा गया है। साढ़ेसाती का सीधा मतलब होता है साढ़े सात साल। इन साढ़े सात सालों में शनि की साढ़ेसाती व्यक्ति की परीक्षा लेती है। जो भी व्यक्ति शनि की साढ़ेसाती के प्रभाव में होता है। उसे परेशानियों और शनिदेव के प्रकोप का सामना करना पड़ता है, तो चलिए जानते हैं शनि की साढ़ेसाती में आखिरी चरण कौन से होते हैं और सबसे कष्टकारी चरण कौन सा होता है।

पहला चरण

बता दें कि, जब शनि की साढ़ेसाती शुरू होती है, तो पहले ढाई साल को पहला चरण कहा जाता है। इस दौरान शनि व्यक्ति के सिर पर रहता है। इस दौरान जिस व्यक्ति की साढ़ेसाती चल रही होती है, उसे पैसों से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। साथ ही शनि की साढ़ेसाती के कारण कई बार वैवाहिक जीवन में भी परेशानियां आने लगती हैं।

KTET 2024 एडमिट कार्ड आज होगा जारी, इस दिन होगी परीक्षा- IndiaNews

दूसरा चरण

शनि की साढ़ेसाती के दूसरे चरण में अगले ढाई साल आते हैं। शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण बहुत कष्टकारी माना जाता है। अगर किसी पर शनि की साढ़ेसाती चल रही हो तो दूसरे चरण में उसे शारीरिक कष्ट का सामना करना पड़ता है। इस दौरान जातक शारीरिक बीमारी से परेशान हो सकता है। साथ ही अगर कोई शनि की साढ़ेसाती के दौर से गुजर रहा हो तो इसका असर परिवार या उसकी नौकरी पर देखने को मिलता है। इसके साथ ही रिश्तों में भी उतार-चढ़ाव आते हैं।

तीसरा चरण

अगर किसी जातक पर शनि की साढ़ेसाती का तीसरा चरण चल रहा हो तो उसके धन और सुख-सुविधाओं में कमी आती है। इस दौरान व्यक्ति की कमाई पर असर पड़ता है। आपके खर्चे जरूरत से ज्यादा बढ़ जाते हैं। इसके कारण आप परेशान और मानसिक तनाव में रह सकते हैं। शनि की साढ़ेसाती के तीसरे साल में जातक को संघर्षों का सामना करना पड़ता है।

Father Day in 2024: मां ही नहीं पिता के लिए भी मनाया जाता है खास दिन, हर साल बदलती है तारीख -IndiaNews