India News (इंडिया न्यूज), Yogi Adityanath ‘batenge to katenge’ Slogan: हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक बयान दिया था। दरअसल उन्होंने हिंदुओं को एकजुट करने के लिए ‘बटेंगे तो कटेंगे’ का नारा दिया था। जिसके बाद हरियाणा में भाजपा को अप्रत्याशित जीत मिली, जिसके बाद देश के कई राज्यों में बटेंगे तो कटेंगे वाले पोस्टर लगने शुरू हो गए। तो वहीं बिहार में गिरिराज सिंह ने इसी नारे को लेकर बिहार के मुस्लिम बहुल इलाकों में हिंदुओं को एकजुट करने के लिए रैली निकालनी शुरू कर दी। अब उत्तरप्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले इस नारे ने फिर से बवाल मचा दिया है। बीजेपी उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के नए मंत्र ‘बंटेगे तो कटेंगे’ के साथ उपचुनाव लड़ने जा रही है, सीएम योगी के इस नारे को लेकर सियासत गरमा गई है।
धर्मगुरुओं ने अपने विचार किए व्यक्त
सीएम योगी ने जब से इस नारे को दिया है, तब भाजपा के कई नेता इसका खुलकर सपोर्ट कर रहे हैं। और जगह-जगह इसके समर्थन में बैनर पोस्टर लगाए जा रहे हैं। बटेंगे तो कटेंगे नारे वाले पोस्टर देश के अलग-अलग राज्यों में देखने को मिल रहे हैं। इस नारे पर धर्मगुरुओं ने भी अपने विचार व्यक्त किए हैं। इस पर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती और बागेश्वर धाम बाबा के नाम से मशहूर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने भी अपना बयान दिया है। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का कहना है कि हिंदू समाज एक है और संगठित है।
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धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कही ये बात
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि हिंदू धर्म से जातिवाद को खत्म किया जाना चाहिए। योगी के इस बयान पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा, ‘अगर हम बंटेगे तो कटेंगे, सबसे पहले तो बंटने की क्रिया भविष्य की होती है। यानी हम अभी बंटे नहीं हैं। हम अभी एक हैं। ये भविष्य की बात है यानी वो कौन सी वजह है, जिसकी वजह से हम बंटेंगे?’ वहीं धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि ‘अब ये ब्राह्मण, ठाकुर, क्षत्रिय, वैश्य नहीं रहे, अब ये हिंदू हो गए हैं। फिर क्या होगा..’
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री निकालेंगे पदयात्रा
हम आपको बता दें कि, बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हिंदुओं में जातिवाद खत्म करने के लिए 158 किलोमीटर लंबी पदयात्रा पर निकलने वाले हैं। 21 नवंबर से उनकी ये यात्रा शुरू होने वाली है। बागेश्वर बाबा ने भारत की मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए हिंदुओं को एकजुट करने का संकल्प लिया है। यह पदयात्रा छतरपुर से ओरछा के राजा राम मंदिर तक 158 किलोमीटर की होगी