Sharad Pawar on Rahul Gandhi: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार ने शानिवार नागपुर में हुई प्रेस क्लब में कांग्रेस नेता राहुल गांधी का पक्ष लिया है। उन्होनें कहा ‘हिंदुत्व विचारक विनायक दामोदर सावरकर के देश की आजादी के लिए दिए गए बलिदान की कोई अनदेखी नहीं कर सकता है, लेकिन उनसे असहमति को राष्ट्रीय मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए क्योंकि आज देश के समक्ष कई और मुद्दे हैं जिनपर ध्यान देने की जरूरत है।’

पवार ने राहुल के बचाव में कही ये बात

विदेश में भारत के खिलाफ बोलने को लेकर भाजपा के निशाने पर आए राहुल गांधी का बचाव करते हुए उन्होनें कहा कि वह पहले भारतीय नहीं हैं, “जिन्होंने देश के मुद्दों पर विदेश में बात की है। वर्तमान में ही सिर्फ इस तरह के मुद्दों को बार-बार उठाया जा रहा है।”

सावरकर कोई राष्ट्रीय मुद्दा नहीं पुरानी बात है…

यही नहीं जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने सावरकर के मुद्दे पर राहुल से बात की है और क्या कांग्रेस नेता दिवंगत हिंदुत्व विचारक की आलोचना में कमी लाएंगे तो पवार ने कहा, “18-20 राजनीतिक दलों के नेताओं ने हाल ही में देश के सामने बड़े मुद्दों पर बैठक और चर्चा की थी। मैंने सुझाव दिया कि हमें इस बात पर विचार करने की जरूरत है कि सत्ता में बैठे लोग देश को किस तरह चला रहे हैं। आज सावरकर कोई राष्ट्रीय मुद्दा नहीं है, यह पुरानी बात है। हमने सावरकर के बारे में कुछ बातें कही थीं, लेकिन वह व्यक्तिगत नहीं थी।”

प्रगतिशील विचारों का भी किया जिक्र

उन्होनें सावरकर के प्रगतिशील विचारों का भी जिक्र किया। इस संबंध में वह बोले कि करीब 32 साल पहले उन्होंने संसद में सावरकर के प्रगतिशील विचारों के बारे में बात की थी। उन्होंने कहा, “सावरकर ने रत्नागिरी में मकान बनाया था और उसी के सामने छोटे से मंदिर का भी निर्माण कराया था। सावरकर ने मंदिर में पूजा की जिम्मेदारी वाल्मिकी समाज के एक व्यक्ति को दी थी। मेरा मनाना है कि वह बहुत ही प्रगतिशील बात थी।”

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