Siddaramaiah file nomination: कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने आगामी कर्नाटक चुनाव के लिए मैसूर जिले की वरुणा विधानसभा क्षेत्र से नामांकन दाखिल किया। इससे पहले जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होने कहा कि इस चुनाव के बाद, मैं चुनावी राजनीति छोड़ दूंगा।
- वह राज्य में विपक्ष के नेता
- मुख्यमंत्री पार्टी तय करेगी
- मुख्यमंत्री और दो बार डिप्टी सीएम रहे
नामांकन के बाद उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी है। हम जाति के आधार पर वोट नहीं मांग रहे हैं। हम लिनागेट्स, वोक्कालिगा और अन्य समुदायों सहित सभी समुदायों से वोट की उम्मीद करते हैं। मुख्यमंत्री कौन बनेगा यह चुनाव के बाद पार्टी तय करेगी।
दो बार उपमुख्यमंत्री
सिद्धारमैया राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री है वह साल 2013 में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने थे। 1996 और 2004 दो बार वह राज्य के उपमुख्यमंत्री भी रहे चुके है। वह कुरुबा समुदाय के नेता हैं। एच डी देवेगौड़ा के साथ मतभेदों के बाद, 2005-06 में सिद्धारमैया को जेडी (एस) के रूप में निष्कासित कर दिया गया था। फिर वह कांग्रेस में शामिल हो गए।
2008 से विधायक
सिद्धारमैया 2008 में वरुणा सीट से विधानसभा का चुनाव जीते थे। 2013 में भी वह इसी सीट से चुनाव जीत कर राज्य के मुख्यमंत्री बने थे। 2018 में उन्होंने अपने बेटे डॉ यतींद्र एस के लिए यह सीट छोड़ दी थी। यह उनका आखिरी चुनाव है, इसलिए वह अपने गढ़ से फिर एक बार चुनावी मैदान में है।
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