बेंगलुरु।(Controversial speech of former CM Siddaramaiah) इस साल देश के कई राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने हैं जिनमें से कर्नाटक राज्य भी प्रमुख तौर पर है। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही समय बचा हुआ है। लेकिन इसी बीच नेताओं के भी विवादित बयान भी आने शुरू हो गए हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने हिंदुत्व को लेकर एक विवादित बयान दे दिया है।
दरअसल, सिद्धारमैया ने कहा कि हिंदुत्व और हिंदू धर्म ये दोनों ही अलग-अलग हैं। उन्होंने ये भी कहा कि हिंदुत्व देश में हिंसा फैलाने और भेदभाव को बढ़ावा देने का पुरजोर समर्थन करता है।
हिंदुत्व, संविधान के खिलाफ
कर्नाटक के कालाबुरागी में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि हिंदुत्व और हिंदू धर्म ये दोनों अलग तो हैं ही। इसके साथ ही हिंदुत्व संविधान के खिलाफ भी है। सिद्धारमैया ने कहा कि मैं हिंदू धर्म के खिलाफ बिल्कुल भी नहीं हूं लेकिन मनुवादी सोच और हिंदुत्व का विरोध करता हूं। उन्होंने आगे कहा कि कोई भी धर्म हत्या और हिंसा का समर्थन नहीं करता है लेकिन हिंदुत्व ही ऐसा है जो भेदभाव ,मनुवाद, हत्या और हिंसा का समर्थन करते हैं। आपको बता दें कि सिद्धारमैया इससे पहले इमोशनल कार्ड खेलते हुए एक कार्यक्रम में इस बार आखिरी विधानसभा चुनाव लड़ने की बात कही थी। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि लोगों की सेवा में हमेशा खड़ा रहूंगा।
वादे पूरे नहीं किए तो राजनीति से लूंगा संन्यास
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि वे राजनीति से रिटायर भले हो जाएं, लेकिन लोगों की भलाई के लिए कार्य करना बंद नहीं करेंगे। उन्होंने ये भी कहा कि अगर इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी जीतती है तो वे सारे वादे पूरे करेंगे। अंत में अपनी बात खत्म करते हुए सिद्धारमैया ने कहा कि अगर वे वादे पूरे नहीं कर पाए तो राजनीति से ही संन्यास ले लेंगे।