India News (इंडिया न्यूज),Sikh deportees seen without turbans:अमेरिका से अब तक तीन खेप में 332 अवैध भारतीय अप्रवासी अमेरिका से भारत आ चुके हैं।अमेरिका से डिपोर्ट किए गए 112 भारतीयों का तीसरा ग्रुप शनिवार देर रात अमृतसर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंड हुआ। अमेरिका से डिपोर्ट किए गए 112 लोगों में से 31 पंजाब से, 44 हरियाणा से, 33 गुजरात से, दो उत्तर प्रदेश से और एक-एक हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड से हैं।पहली खेप जब भारत पहुंची थी तो जिस तरह से भारतीय अप्रवासियों को लाया गया था उसे लेकर खूब हंगामा हुआ था मामला संसद भवन में भी उठाया गया था। इसी बीच एक और वीडियो वायरल हो रहा है जिसे देख लोगों में गुस्सा है।
इस वजह से उतारनी पड़ी पगड़ी
बता दें अमृतसर एयरपोर्ट पर अपनी इमिग्रेशन औपचारिकताएं पूरी करते समय अमेरिका से निर्वासित सिखों को बिना पगड़ी (दस्तार) के दिखाने वाला एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। जिसकी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने निंदा की। 15 फरवरी को अमेरिकी सैन्य विमान से अमृतसर पहुंचे 116 अवैध भारतीय प्रवासियों में से एक सिख निर्वासित ने दावा किया कि उन्होंने पगड़ी नहीं पहनी थी। उन्होंने यह भी कहा कि जब वे अवैध रूप से अमेरिका में दाखिल हुए तो उनसे अपनी पगड़ी उतारने के लिए कहा गया।
देखें वायरल वीडियो
एसजीपीसी ने की निंदा
एसजीपीसी ने अमेरिकी अधिकारियों की कार्रवाई की निंदा की और इस बात पर जोर दिया कि पगड़ी सिखों की पहचान का प्रमुख चिह्न है।
एसजीपीसी के महासचिव गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने कहा, “यह खेद की बात है कि निर्वासितों को बेड़ियों में बांधकर लाया गया और निर्वासित सिखों ने पगड़ी नहीं पहनी हुई थी।” अमृतसर हवाई अड्डे पर पहुंचने पर समिति ने निर्वासित लोगों को पगड़ी पहनाई और “लंगर” (सामुदायिक रसोई) और बस परिवहन जैसी सामुदायिक सेवाएं प्रदान कीं।
विदेश मंत्रालय से हस्तक्षेप का आग्रह
शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने भी इस घटना की निंदा की और भारत के विदेश मंत्रालय से भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अमेरिकी अधिकारियों के साथ इस मामले को उठाने का आग्रह किया।यह विवाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के कुछ ही दिनों बाद सामने आया है, जहां उन्होंने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ आव्रजन मुद्दों पर बात की थी।बैठक के बाद उन्होंने कहा कि “अगर कोई भारतीय नागरिक अमेरिका में अवैध रूप से रह रहा है, तो हम उसे वापस लेने के लिए तैयार हैं।
तीन उड़ानों से 332 भारतीयों को किया गया डिपोर्ट
निर्वासन 116 अवैध भारतीय अप्रवासियों का था, जो 15 फरवरी को अमेरिकी सैन्य विमान से आए थे।इस बैच में पंजाब से 65, हरियाणा से 33 और गुजरात से आठ लोग शामिल थे। शनिवार देर रात एक और उड़ान 112 भारतीयों को लेकर पहुंची।अब तक तीन उड़ानों में 332 अवैध भारतीय अप्रवासियों को निर्वासित किया जा चुका है।पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अमृतसर में इन उड़ानों के उतरने पर सवाल उठाया है और भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर पंजाब को बदनाम करने का प्रयास करने का आरोप लगाया है।
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