India News (इंडिया न्यूज), Sukhbir Singh Badal: पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल को धार्मिक सजा सुनाई गई है। हम आपको बता दें कि, श्री अकाल तख्त साहिब ने सोमवार को पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल को धार्मिक सजा सुनाई है। सुखबीर को गुरुद्वारा साहिब में बर्तन धोने के साथ-साथ अन्य धार्मिक सजाएं भी भुगतनी होंगी। अन्य दोषियों को शौचालय भी साफ करने होंगे। तख्त श्री ने सुखबीर समेत 17 लोगों को यह सजा सुनाई है। इसमें 2015 की अकाली सरकार के अन्य कैबिनेट सदस्य भी शामिल हैं। सुखबीर समेत सभी की सजा आज यानी मंगलवार (3 दिसंबर, 2024) से शुरू होगी। सुखबीर समेत अन्य को यह सजा शिअद सरकार के ‘गुनाहों’ के लिए सुनाई गई है। इसमें बेअदबी और डेरा प्रमुख को माफी देने के मामले भी शामिल हैं।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने 17 लोगों को किया तलब
हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, श्री अकाल तख्त ने 2007 से 2017 तक सरकार की पूरी अकाली कैबिनेट, पार्टी की कोर कमेटी और 2015 की शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की आंतरिक कमेटी को तलब किया था। तख्त श्री ने करीब 4 घंटे तक सजा सुनी। सुखबीर को महज 93 दिन पहले ही तनखैया घोषित किया गया था। उन्हें शिरोमणि अकाली दल के शासनकाल में की गई चार ‘गलतियों’ का दोषी पाया गया है। सुखबीर पर 2015 में पवित्र ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी मामले में दोषियों को सजा न देने और श्री गुरु गोविंद सिंह जी की तरह वेश धारण कर अमृत पिलाने का नाटक करने के आरोपी गुरमीत राम रहीम सिंह को माफी दिलाने में भूमिका निभाने का आरोप है।
दो बार पंजाब के उपमुख्यमंत्री रह चुके हैं सुखबीर बादल
बता दें कि, पंजाब में जिस वक्त बेअदबी के मामले हुए। उस दौरान सुखबीर के पिता प्रकाश सिंह बादल मुख्यमंत्री थे। सुखबीर बादल को 30 अगस्त को अकाल तख्त ने तनखैया (धार्मिक दुराचार का दोषी) घोषित किया था। सुखबीर बादल दो बार पंजाब के उपमुख्यमंत्री रह चुके हैं और 16 साल तक शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष रहे हैं। उनके पिता स्वर्गीय प्रकाश सिंह बादल 5 बार पंजाब के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। प्रकाश सिंह बादल ने ही शिरोमणि अकाली दल की स्थापना की थी। इसके अलावा तख्त श्री ने सुखबीर के पिता प्रकाश सिंह बादल को 13 साल पहले दी गई फख्र-ए-कौम की उपाधि वापस ले ली है। प्रकाश सिंह बादल पंजाब में ‘बड़े बादल’ के नाम से मशहूर रहे हैं।