India News (इंडिया न्यूज), Stampede Safety Tips: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है। बुधवार (29 जनवरी, 2025) को मौनी अमावस्या है और इस दिन करोड़ों श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। देश के अलग-अलग राज्यों से लाखों श्रद्धालु यहां पहुंच रहे हैं। मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज से एक बेहद बुरी खबर आई है। आपको बता दें कि, उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में भगदड़ मच गई है। जिसमें अब तक 17 लोगों की मौत हो गई है। अगर आप भी महाकुंभ में स्नान करने की योजना बना रहे हैं, तो आपको भी ऐसी परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए।
भगदड़ मचने पर करें ये काम
महाकुंभ के अलावा अगर आप कहीं जाते हैं और वहां भगदड़ मच जाती है, तो सबसे पहले आपको ये काम करने चाहिए। ताकि आपकी जान को खतरा न हो। आपको बता दें कि, जब भगदड़ मच जाए तो सबसे पहले आपको सहारे के लिए कोई किनारा तलाशना चाहिए। मान लीजिए आप किसी गली में हैं तो आपको दीवार के सहारे खड़े हो जाना चाहिए। या फिर अगर आप कहीं खुले में हैं तो किसी खंभे के सहारे खड़े होने की कोशिश करें। इससे भीड़ में फंसने का खतरा कम होगा और आपके गिरने का खतरा भी कम होगा।
महाकुंभ के साथ साथ इस जगह भी मची तबाही! वाहनों की लगी कतारें, लोगों का हुआ बूरा हाल
भीड़ के साथ बढ़ें आगे
भगदड़ के दौरान अक्सर लोग जो गलती करते हैं वो ये कि वो भीड़ की उल्टी दिशा में भागने लगते हैं। ऐसा कभी न करें। इससे आपके भीड़ में फंसने और जमीन पर गिरने के चांस बढ़ जाते हैं। इसीलिए हमेशा उसी दिशा में आगे बढ़ें जिस दिशा में भीड़ आगे बढ़ रही हो।
घबराएं नहीं हिम्मत से ऐसे लें काम
यदि भगदड़ के समय आप जमीन पर गिर पड़े हैं। और आपके आस-पास लोग भागे जा रहे हैं। तो आपको उसी समय साइड में जाने का प्रयत्न करना चाहिए। ताकि आप जो लोग भाग रहे हैं उनके रास्ते में न आएं गिरने के बाद डरे नहीं न ही शॉकड हो बल्कि अपना दिमाग चलाएं और साइड हटने की कोशिश करें। यदि आप गिर गए हैं तो अपने दोनों हाथों को अपने सिर के ऊपर उठाकर ले जाएं और घुटनों के बल आधे होकर बैठ जाएं और अपना चेहरा पेट की तरफ करके खुद को छिपाने की कोशिश करें। ताकि भीड़ में भाग रहे लोग आप के ऊपर न चढ़ पाएं और आपके शरीर के संवेदनशील अंगों पर चोट न लगे। इन सभी तरीकों से आप खुद को सुरक्षित रख सकते हैं।
आधी रात को जिस घाट पर मची भगदड़, क्यों वहीं स्नान करने को बेचैन हैं श्रद्धालु, आखिर क्या है राज?