जाब सरकार पराली संकट को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं दिखाई दे रही है। यदि ऐसा ही रवैया रहा तो आने वाले दो सप्ताह में पंजाब में सांस लेना भी मुश्किल हो जाएगा। मुख्यमंत्री भगवंत मान भले ही दावा कर रहे हों कि सरकार पराली निस्तारण के लिए 8 सूत्रीय एजेंडा पर काम कर रही है, लेकिन जमीन पर इसका कोई असर नहीं दिखाई दे रहा। इन सबसे परे आज एक ऐसा मामला सामने आया जिसे यदि समय रहते नहीं रोका गया होता तो बड़ा हादसा हो सकता था
पराली की आग से हो सकता था बड़ा हादसा
जिला जालन्धर के कस्बा नकोदर के गांव बीर में किसानों द्वारा अपने खेतों में पड़ी प्रालि को आग लगा दी । मीडिया को देखते ही किसान भाग खड़े हुए । बड़ी बात यह रही कि आग फैलते हुए वहां से गुजर रहे रेलवे ट्रेक तक जा पहुंची। महज 3 सौ मीटर की दूरी पर पराली से बिजली बनाने का प्लांट लगा है अगर पराली की आग वहां पहुंच जाती तो बड़ा नुकसान हो सकता था ।
विधायिका इंद्रजीत में है बिजली बनाने का प्लांट
जिस गांव में पराली से बिजली बनाने का प्लांट लगा है वह गांव आम आदमी पार्टी की विधायिका इंद्रजीत कौर मान का है।उसी गांव के किसानों द्वारा अपने खेतों में पराली को लगाई गई आग।इससे साफ जाहिर होता है आप सरकार पंजाब सरकार किसानों को कितना जागरूक कर रही है। विधायिका से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि वह मीटिंग करने चंडीगढ़ आए हुए।