India News (इंडिया न्यूज़), Students Protest In RGNUL Patiala: पटियाला के राजीव गांधी राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (आरजीएनयूएल) के छात्र कुलपति के खिलाफ पिछले पांच दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका आरोप है कि कुलपति छात्रावास में छात्राओं की निजता का उल्लंघन कर रहे हैं। कुलपति ने इस आरोप से इनकार करते हुए कहा कि छात्राओं ने उनसे छात्रावास में आने का अनुरोध किया था। विरोध प्रदर्शनों के कारण विश्वविद्यालय ने अगले आदेश तक संस्थान को बंद करने के आदेश जारी किए हैं, जबकि छात्र कुलपति के इस्तीफे की मांग करते हुए प्रशासनिक ब्लॉक में बैठे रहे। विरोध प्रदर्शनों ने राजनीतिक ध्यान भी खींचा है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस घटना को “बेहद शर्मनाक” बताया है और राष्ट्रीय महिला आयोग से मामले का संज्ञान लेने का आग्रह किया है।

कुलपति पर क्या आरोप लगाए गए हैं?

छात्राओं के अनुसार कुलपति जय शंकर सिंह ने छात्राओं के छात्रावास का औचक निरीक्षण किया और उनके पहनावे पर सवाल उठाए। इस मामले में मीडिया से बातचीत करते हुए एक छात्रा ने कहा कि, “उन्होंने हमारे विरोध पर सवाल उठाते हुए कहा कि वे केवल प्रथम वर्ष के छात्रों के कमरों में गए थे। हमारे पास सबूत है कि वे तीसरे वर्ष के छात्रों के कमरों में भी गए थे। वे मीडिया से झूठ बोल रहे हैं। इसलिए, यह कोई मतलब नहीं बनता कि वे इतने ऊंचे पद पर बने रहें।”

छात्रों ने यह भी आरोप लगाया कि जब कुलपति महिला छात्रावास में दाखिल हुए, तो उनके साथ छात्रावास की वार्डन या कोई महिला गार्ड नहीं थी। यह घटना केवल एक ट्रिगर थी। उनके द्वारा दिए गए बयानों से लेकर कई अन्य मुद्दे हैं। इसके अलावा जिस तरह से उन्होंने छात्रों के साथ व्यवहार किया है, जिस तरह से शैक्षणिक स्वतंत्रता पर अंकुश लगाया गया है। इसलिए हम पिछले चार दिनों से यहां बैठे हैं। 

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इस मामले में कुलपति ने क्या कहा?

छात्राओं के आरोपों पर कुलपति ने कहा कि, “ये आरोप निराधार हैं। वे मेरी बेटी और पोतियों की तरह हैं। मैं स्टाफ और मुख्य वार्डन के साथ वहां गया था। यह दौरा छात्राओं की मांग पर था, क्योंकि वहां अधिक प्रवेश हैं और छात्रावास में सीमित संख्या में छात्र रह रहे हैं। एक कमरे में दो छात्राएं रह रही हैं। अलमारी और टेबल के लिए कोई जगह नहीं बची है। लेकिन मामला कुछ और बन गया, जिसका कोई सबूत नहीं है।” सिंह ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को एक रिपोर्ट सौंपी है, जो विधि विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी हैं।

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छात्रों के विरोध प्रदर्शन पर पंजाब सरकार ने दी प्रतिक्रिया

पंजाब राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष राज लाली गिल ने बुधवार को प्रदर्शनकारी छात्राओं से मुलाकात की और उन्हें सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि उन्होंने कुलपति से भी मुलाकात की और उनका पक्ष सुना।गिल ने कहा कि छात्रों के मुद्दों को सुलझाने के लिए एक समिति बनाई जाएगी, जिसमें छात्रों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। मंगलवार को पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि छात्रों के विरोध प्रदर्शन के संबंध में विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार से रिपोर्ट मांगी गई है।

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