Successful Trial of Pinac-ER
इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली:
Successful Trial of Pinac-ER: डीआरडीओ ने स्वदेशी तकनीक से बनाया पिनाक गाइडेड रॉकेट लॉन्चर सिस्टम अब नए अवतार में नजर आएगा। यह सिस्टम इतना घातक है कि दुश्मनों की नींद इसकी आवाज से ही हराम होने वाली है। जब यह विरोधी सेना पर हमला करेगा तो पीछे सिर्फ बर्बादी का मंजर ही शेष बचेगा। बता दें कि जिस तरह से पिछले कुछ समय से चीन सीमा पर भारत को आंखें दिखा रहा है वहीं पाकिस्तान भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। ऐसे में डीआरडीओ ने शनिवार को पोखरण में पिनाक के नए स्वरूप पिनाक-ईआर का सफल परीक्षण का विरोधी खेमे में हलचल मचा दी है।आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि इसे जल्द ही सेना में शामिल कर देश की सीमाओं पर तैनात कर दिया जाएगा।
Successful Trial of Pinac-ER
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पहले भी जौहर दिखा चुका पिनाक Pinak has already shown Jauhar
Successful Trial of Pinac-ER: बता दें कि सेना में पिनाक कोई नया नहीं है। पिनाक इससे पहले कारगिल युद्ध में भी दुश्मनों पर काल बन कर बरस चुका है। इस बार पिनाक का नया संस्करण डीआरडीओ ने पुणे के आयुध अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान व हाई एनर्जी मैटेरियल रिसर्च लेबोरेटरी (एचईएमआरएल) के साथ मिलकर डिजाइन किया है। बता दें कि यह तकनीक भारतीय उद्योग क्षेत्र को सौंप दी गई है। पिनाक- ई आर को नई टेक्नोलॉजी के साथ बनाया गया है जो नई चुनौतियों का सामना करने में सक्षम होगी।
Successful Trial of Pinac-ER
दुश्मनों का फन कुचलने में हुआ माहिर Specialized in crushing the enemies of enemies
Successful Trial of Pinac-ER:वैसे तो पहले से काम कर रहा पिनाक भी दुश्मनों के लिए काफी था, जो मात्र 44 सेकेंड में 12 रॉकेट दाग देता था। पिनाक मिसाइल लॉन्चर सिस्टम की मारक क्षमता पहले 38 किलोमीटर तक ही थी, लेकिन इसे डीआरडीओ ने इस तरह से अपग्रेड किया है कि यह अब पहले जितने समय में ही पहले से 6 गुना रॉकेट दाग दुश्मनों में खलबली मचा सकता है। यही नहीं अब इसकी मारक क्षमता भी 38 की जगह 72 किलोमीटर तक की होगी।
Successful Trial of Pinac-ER
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