India News (इंडिया न्यूज),Taiwan Election Results: चीन के ताइवान मामलों के कार्यालय से कहा गया है कि राष्ट्रपति चुनाव में ताइवान की सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी के उम्मीदवार विलियम लाई चिंग-ते की जीत क्रॉस स्ट्रेट संबंधों के बुनियादी परिदृश्य को नहीं बदलेगी। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, प्रवक्ता चेन बिनहुआ ने कहा कि, नतीजों से पता चलता है कि डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी द्वीप पर मुख्यधारा की जनता की राय का प्रतिनिधित्व नहीं कर सकती है।

चीन ने विलियम लाई की निंदा की

ताइवान के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति विलियम लाई चिंग-ते को चीन की धमकियों के बीच मई में पदभार ग्रहण करते समय अब तक की सबसे कठिन चुनौती का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि बीजिंग ने बार-बार उन्हें एक खतरनाक अलगाववादी के रूप में निंदा की है। हालांकि विलियम लाई ने अपने अभियान के दौरान भी कहा था कि, वह चीन के साथ यथास्थिति बनाये रखना चाहते हैं। बीजिंग ताइवान पर अपना दावा करता है और विलियम लाई ने बीजिंग से बात करने की पेशकश की है।

चीन ने राष्ट्रपति विलियम लाई चिंग-ते को लेकर कहा

विलियम लाई ने कहा, “हम चीन के साथ दुश्मन नहीं बनना चाहते। हम दोस्त बन सकते हैं।” चीन ने ताइवान के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति विलियम लाई चिंग-ते की आलोचना करते हुए कहा कि, बीजिंग द्वीप में “अलगाववादी गतिविधियों” को बर्दाश्त नहीं करेगा। बीजिंग ने कहा कि, “हम 1992 की आम सहमति का पालन करेंगे जो एक-चीन सिद्धांत का प्रतीक है और ‘ताइवान की स्वतंत्रता’ के साथ-साथ विदेशी हस्तक्षेप के उद्देश्य से अलगाववादी गतिविधियों का दृढ़ता से विरोध करेंगे।”

विलियम लाई ने  चुनावी जीत पर क्या कहा?

वहीं, विलियम लाई चिंग-ते ने कहा कि, “मैं हमारे लोकतंत्र में एक नया अध्याय लिखने के लिए ताइवान के लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं। हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय को बता रहे हैं कि लोकतंत्र और अधिनायकवाद के बीच, हम लोकतंत्र के पक्ष में खड़े रहेंगे। उन्होंने आगे कहा, “ताइवान के लोगों ने इस चुनाव को प्रभावित करने वाली बाहरी ताकतों के प्रयासों का सफलतापूर्वक विरोध किया है।” आगे वह जोर देते हुए कहा कि, “हम ताइवान को चीन से लगातार मिल रही धमकियों और धमकियों से बचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। संतुलित तरीके से कार्रवाई करूंगा और जलडमरूमध्य में यथास्थिति बनाए रखूंगा।”

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