India News,(इंडिया न्यूज) Kanpur: कानपुर में विकास भवन में तैनात सफाई कर्मी मोहन ने समाज कल्याण, उद्यान और नेडा विभाग की कई फाइलें सहित वृद्धा पेंशन, पारिवारिक लाभ के आवेदन पत्रों के कई बंडल रद्दी में बेच दिया। उसने यह शराब खरीदने के लिए पैसों की व्यवस्था करने के लिए किया. ऐसा वह काफी समय से कर रहा था।

मामले का खुलासा तब हुआ जब यूपी नेडा के एक कर्मचारी ने मोहन को इन फाइलों को आवेदन पत्रों को बोरे में भरते हुए देखा था। मोहन को पकड़ा गया। उससे पास मौजूद बोरे को छीना गया और देखा तो उसमें ढेरों महत्वपूर्ण फाइलें मिलीं।

कबाड़ी के यहां सिर्फ दो फाइलें ही मिलीं
ये ऐसे लोगों के आवेदन थे, जो अक्सर 30 से 40 किमी दूर से विकास भवन पेंशन लगवाने के लिए आते थे। इस बीच सफाईकर्मी ने जिस कबाड़ी के यहां फाइलों को बेचने की बात बताई, विभागीय अधिकारियों ने उस कबाड़ी के यहां जाकर पूछताछ की। कबाड़ी के यहां सिर्फ दो फाइलें ही मिलीं।

कोई अधिकारी नहीं बता पा रहा कहां गायब हुई फाइलें 
वहीं, बाकी उसने भी आगे किसी बड़े कबाड़ी बेच दीं। इस घटना के बाद से विकास भवन के सभी 18 विभागों के अधिकारी अपने-अपने यहां की फाइलों की जांच कराने में जुट गए हैं। अभी भी कोई अधिकारी यह बताने की स्थिति में नहीं है कि किसके यहां कितनी फाइलें गायब हुई हैं।

कर्मचारी भी कार्यालय में नहीं रहते
विकास भवन में अधिकारियों के कक्षों की सफाई करने के लिए विभाग का कोई सफाईकर्मी नहीं है। बाहरी व्यक्ति से कार्यालयों में सफाई कराई जाती है। हालात ये हैं कि सफाई के दौरान कोई भी कर्मचारी कार्यालय में नहीं रहता है। सबसे पहले वह यूपी नेडा कार्यालय में दोपहर में सफाई करने गया था।

वहां उपस्थित लोगों से पूछताछ के दौरान समाज कल्याण अधिकारी त्रिनेत्र सिंह ने बताया कि इस घटना के बाद से सफाईकर्मी भी गायब है। कार्यालय से फाइलें गायब होने के मामले में हमें कोई जानकारी नहीं है। अभी मैं बाहर आया हूं, बाबुओं से पूछता हूं। इसके बाद ही जानकारी हो सकेगी।