इंडिया न्यूज़ (दिल्ली, World Oldest Person Death): दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला फ्रांसीसी नन ल्यूसिल रैंडन का मंगलवार को निधन हो गया। रैंडन को सिस्टर आंद्रे के नाम से भी जाना जाता था। सिल रैंडन का जन्म 11 फरवरी 1904 को दक्षिणी फ्रांस में हुआ था और उन्होंने अंतिम सांस 118 साल की उम्र में फ्रांस के टूलॉन शहर में ली है।
समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, दुनिया के सबसे उम्रदराज नोन शख्स, फ्रांसीसी नन लूसिल रैंडन का मंगलवार को 118 वर्ष की आयु में निधन हो गया। प्रवक्ता डेविड तावेल्ला ने कहा कि टूलॉन में उन्होंने नर्सिंग होम में अपनी अंतिम सांस ली और नींद के दौरान ही उनकी मौत हुई। प्रवक्ता ने बताया कि यह काफी दुखत है, हालांकि, रैंडन की यही इच्छा थी कि वह अपने प्यारे भाई से मिलें। उनके लिए यह आजादी है।
“उन्होंने अपने 116वें जन्मदिन पर एएफपी को एक इंटरव्यू में बताया था कि प्रथम विश्व युद्ध के अंत में उनके दो भाइयों की वापसी हमेशा उनकी खास यादों में से एक रहेगी। उन्होंने पेरिस में एक गवर्नेस के रूप में काम किया था। वह कैथोलिक धर्म में परिवर्तित हो गई थीं।”
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड ने ट्वीट कर दी श्रद्धांजलि
आपको बता दें कि फ्रांसीसी नन ल्यूसिल रैंडन का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला मे नाम दर्ज है। अब चूंकि ल्यूसिल रैंडन का निधन हो गया है तो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड संस्था ने इस दुखद खबर पर शोक जताते हुए ट्विटर पर ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
काम ने मुझे जीवित रखा-ल्यूसिल
2021 में ल्यूसिल रैंडन कोविड पॉजिटिव हो गईं थी, इसके बाद भी वे बच गई, जिससे वो दुनिया भर के लोगों के लिए कोविड में आशा का प्रतीक बन गई। साथ ही हाल ही में रैंडन ने कहा था कि लोग कहते हैं कि काम मारता है, लेकिन मेरे लिए काम ने मुझे जीवित रखा। मैं 108 साल की उम्र तक काम करती रही।
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