India News (इंडिया न्यूज़),Indian Tribes:भारत अपनी संस्कृति विविधता के लिए विश्व में जाना जाता है। यहां अलग-अलग जाति, समुदाय के लोग आपस में मिल-जूल कर रहते है। जिनमें प्रत्येक जनजाति के अपने विशेष रहन-सहन, रीति-रिवाज, भाषाएं और परंपराएं भी हैं।भारत के विभिन्न राज्यों में अलग-अलग जनजातियाँ निवास करती हैं। सभी जनजाति की अपनी विशेष प्रथा होती है। भारत में मुख्य रूप से जनजाति ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़, और मध्यप्रदेश में पाई जाती है।
बोंडा जनजाति, ओडिशा
बोंडा एक जनजातीय समूह है। जो भारत के ओडिशा के मलकानगरी जिले के पहाडि़यों में रहते है। इनकी आबादी लगभग 12, 000 के करीब है। बोंडा जनजाति अपने विशिष्ट कपड़ों, जीवंत आभूषणों, मोतियों और अद्वितीय हेयर स्टाइल के कारण पहचानी जाती है।
गारो जनजाति, मेघालय
गारो, भारत की एक प्रसिद्ध जनजाति है। यह जनजाति मेघालय राज्य के गारो पहाडी़ पर रहते है। इनका कद नाटा, चेहरा छोटा, गोल और नाक चपटी होती है। ये मुख्य रुप से झूम खेती करते है।
लेप्चा जनजाति, सिक्किम
लेप्चा जनजाति भारत के प्रमुख जनजाति में से एक है। यह भारत के सिक्किम और पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में रहते है। लेप्चा जनजाति सूअर का मांस, बीफ, चिकन, बकरी, मछली, भेड़ आदि का मांस खाते हैं।
इरुला जनजाति, तामिलनाडु
इरुला जनजाति, भारत के तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक राज्यों में रहने वाला एक द्रविड़ जातीय समूह है। ये सांपों के बारे में अपने प्राचीन और गहन ज्ञान के लिए जाने जाते है। इरुला जनजाति सांपो की पूजा करते है।
टोडा जनजाति, तामिलनाडु
टोडा जनजाति तामिलनाडु के एकान्त नीलगिरि पठार पर रहते हैं। यह टोडा भाषा बोलते हैं। टोडा जनजाति . दो भागो में बटीं हुई है- तेवाल्याल व टरथारोल। इनका मुख्य पेशा पशु-पालन है। टोडा जनजाति के स्त्रियां व पुरुष दोनों ही सफेद रंग का लाल व नीली धरियों वाला वस्त्र पहनते हैं। जिसे स्थानीय भाषा में पुटकली कहा जाता है।
मिशिंग जनजाति, असम
मिशिंग जनजातियाँ असम की महत्वपूर्ण जनजातियों में से एक हैं। वे मुख्य रुप से गाँवों में और नदियों के किनारे रहते है। ये अपनी अजीविका के लिए खेती करते है।
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