India News (इंडिया न्यूज़), Chandrayaan-3: भारत ने आज एक ऐसा इतिहास रचा है जिसे पूरी दूनिया देख रही है। दूनियाभर के लोगों के लिए ये शायद आश्चर्य की बात होगी के मात्र 600 करोड़ रुपए की लागत में ये मिशन तैयार हुआ है। इस कामियाबी और इन सब बातों को देखते हुए आज पूरे भारतियों के भारत के वैज्ञानिको पर गर्व है। इसी क्रम में भारत के वैज्ञानिकों ने इस सफलता पर आपनी प्रतिक्रिएं दी हैं।
“यह मेरे जीवन का सबसे अच्छा पल”
खगोलशास्त्री प्रोफेसर आर.सी. कपूर ने कहा “यह मेरे जीवन का सबसे अच्छा पल है और जब यह आया तो हम अपना उत्साह व्यक्त नहीं कर सकते। यह इसरो, पूरे देश और पूरी दुनिया को बधाई देने का क्षण है…यह चंद्रमा के दक्षिणी भाग में अनुसंधान और गतिविधि बढ़ाने के द्वार खोलता है। भारत अब दुनिया की चार सर्वोच्च अंतरिक्ष एजेंसियों में से एक है।
वहीं पूर्व इसरो प्रमुख के सिवन ने इसरो के तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग पर बधाई दी। उन्होंने कहा, “हम वास्तव में उत्साहित हैं…हम लंबे समय से इस पल का इंतजार कर रहे थे। मैं बहुत खुश हूं।”
पूर्व वैज्ञानिक नंबी नारायण ने क्या कहा
चंद्रयान-3 मिशन की सफल लैंडिंग पर इसरो के पूर्व वैज्ञानिक नंबी नारायण ने कहा, “हमने जो हासिल किया है वह अविश्वसनीय है… चंद्रयान-2 की हर विफलता पर ध्यान दिया गया और उसे सुधारा गया और इसकी विफलता को हमारे पक्ष में इस्तेमाल किया गया।”
साउथ पोल में कई सॉफ्ट लैंडिंग
गौरतलब है कि भारत का अभूतपूर्व मिशन चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर ने चंद्रमा के साउथ पोल में सॉफ्ट लैंडिंग की है। इस अप्रतिम उपलब्धी को पाने वाला भारत पहला देश बन गया है। यानि भारत पहला देश है जिसने सॉउथ पोल में सफलतापुर्वक लैंडिंग की है। मालूम हो कि इससे पहले जितने भी मिशन चंद्रमा पर गए हैं वो सभी चंद्र भूमध्य रेखा के उत्तर या दक्षिण में कुछ डिग्री अक्षांश पर ही पहुंच पाए हैं।
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