India News (इंडिया न्यूज़), Israel Hamas War: इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध को 7 महीने हो चुके है। परंतु यह जंग खत्म होता नहीं दिख रहा है। वहीं मध्य पूर्व में युद्ध की आशंका के बीच अब एक मुस्लिम देश इजरायल विरोधी टिप्पणियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है। खबर के अनुसार सऊदी अरब ने इजरायल के खिलाफ बयान देने वालों को गिरफ्तार करने का सिलसिला तेज कर दिया है। इसे एक संकेत के रूप में भी देखा जा रहा है कि सऊदी इज़रायल के साथ राजनयिक संबंध स्थापित करने का इच्छुक है। फिलहाल इस बारे में आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है।
सऊदी कर रहा बड़ी कार्रवाई
बता दें कि, सऊदी अरब सोशल मीडिया पर इजरायल-हमास युद्ध के बारे में पोस्ट करने वाले नागरिकों को गिरफ्तार कर रहा है। माना जा रहा है कि रियाद को इस बात की भी चिंता है कि इजरायल और हमास के बीच चल रहा युद्ध और ईरानी प्रॉक्सी द्वारा किए जा रहे हमले मध्य पूर्व को युद्ध की ओर धकेल देंगे। दरअसल हाल ही में एक कंपनी के एक अधिकारी को हिरासत में लिया गया है। यह कंपनी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की योजना का हिस्सा है। अधिकारी ने कथित तौर पर गाजा युद्ध के संबंध में टिप्पणियां की थीं, जिन्हें भड़काऊ माना गया था।
इजरायल-हमास के बीच जंग जारी
दरअसल, सऊदी सरकार के एक सूत्र ने ब्लूमबर्ग को बताया कि गिरफ्तारियां इस चिंता के कारण भी थीं कि ईरान समर्थक प्रभाव देश की सुरक्षा को नुकसान पहुंचा सकते हैं। खैर, 7 अक्टूबर के बाद से कितनी गिरफ़्तारियाँ हुई हैं, इसका कोई स्पष्ट डेटा नहीं है। फिलिस्तीनी समूह हमास ने पिछले साल 7 अक्टूबर को इज़राइल पर हमला किया था। टाइम्स ऑफ इजराइल के अनुसार, सऊदी अरब की कार्रवाई ऐसे समय में आई है जब अमेरिका इजराइल के साथ स्थिति को सामान्य करने के लिए रियाद के साथ काम करना जारी रखे हुए है। हाल ही में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा था कि किसी समझौते पर पहुंचने की कोशिश के लिए पिछले हफ्ते काफी काम किया गया और डील संभवत: पूरी होने के काफी करीब है।