India News (इंडिया न्यूज), TMC VS Congress: संसद के शीतकालीन सत्र में अडानी मामले पर कांग्रेस द्वारा उठाए गए हंगामे के बीच तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने एक नया रुख अपनाया है। टीएमसी ने कांग्रेस से अलग राह चलने का फैसला किया है, और अब वह चाहती है कि संसद का कामकाज जारी रहे ताकि अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हो सके। टीएमसी ने बुधवार को अपने सांसदों की बैठक में यह निर्णय लिया कि वह संसद में हंगामा करने के बजाय, जनता के मुद्दों को उठाएगी।

कांग्रेस के हंगामे में साथ नहीं देगी TMC

राज्यसभा में टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, “हम संसद में जनता की आवाज बनना चाहते हैं।” पार्टी ने यह भी साफ किया कि वह अडानी मुद्दे पर कांग्रेस के हंगामे का हिस्सा नहीं बनेगी। टीएमसी लोकसभा सांसद काकोली घोष दस्तीदार ने कहा, “हम नहीं चाहते कि एक ही मुद्दा संसद को बाधित करे। हमें इस सरकार को उसकी कई विफलताओं के लिए जवाबदेह ठहराना चाहिए।” टीएमसी ने यह भी स्पष्ट किया कि वह राष्ट्रीय स्तर पर इंडिया गठबंधन का हिस्सा है, लेकिन किसी भी पार्टी के साथ चुनावी गठबंधन में नहीं है। काकोली घोष दस्तीदार ने कहा, “हम बीजेपी का मुकाबला करेंगे, लेकिन हमारी रणनीति अलग हो सकती है।”

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ममता बनर्जी का अलग रुख

बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी, TMC, अब इंडिया गठबंधन में अपनी अलग पहचान बनाने की कोशिश कर रही है। हरियाणा और महाराष्ट्र में कांग्रेस की हालिया चुनावी हार और बंगाल के उपचुनाव में टीएमसी की जीत के बाद पार्टी की स्थिति और मजबूत हुई है। ममता बनर्जी और अन्य विपक्षी नेताओं की इस हफ्ते झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने की उम्मीद है, जो विपक्षी गठबंधन के शक्ति प्रदर्शन का एक मंच होगा।

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