India News (इंडिया न्यूज़),Ajay Rai,Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले समेत पूरे प्रदेश में टमाटर के दाम पर लगातार इज़ाफा हो रहा हैं। व्यापारियों की माने तो इसकी बड़ी वजह देशभर में हो रही भारी बारिश के कारण टमाटर की कम आवक बताई जा रही है। यही वजह है कि छत्तीसगढ़ में पहली बार 200 रुपये किलोग्राम टमाटर बिक रहा है। बात की जाए कोरबा जिले की तो विभिन्न बाजारों में टमाटर 200 रुपये किलोग्राम के नए शिखर पर पहुंच गया। वहीं वजह है की टमाटर की चोरी जैसी घटनाएं भी लगातार बढ़ रही है।
टमाटर को dip फ्रीजर में डिस्प्ले लगाकर बेचा जा रहा है
टमाटर की बिक्री को लेकर कोरबा जिले में बकायदा dip फ्रीजर में डिस्प्ले लगाकर इसे बेचा जा रहा है। आम आदमी के पंहुच से दूर टमाटर अब मंहगे मिठाइयों के साथ में रखकर बेचा जा रहा है। टमाटर के दाम आवक की वजह देश में अधिक बारिश और बाढ़ का होना मुख्य है। वहीं जशपुर जिला जो की प्रदेश का सबसे अधिक टमाटर निर्यात करने वाला जिला है वहा भी कैचअप और सास कंपनियों द्वारा थोक भाव में टमाटर का उठाव किया जा रहा है।
थोक भाव 180 से 185 रुपये प्रति किलो
बात की जाए टमाटर के थोक भाव की तो यह 180 से 185 रुपये प्रति किलो के भाव बिक रहा है। जबकि खुदरा बाजार में 200 से 220 रुपये के स्तर पर पहुंच गया है। टमाटर के भाव में यह एक ऐतिहासिक बढ़ोतरी है। एक दिन पहले तक 3,300 से 3,500 रुपये प्रति कैरेट(प्रति कैरेट 24-25 किलो) के भाव बिकने वाला टमाटर शनिवार को 3800 कैरेट के भाव बिका।
15 अगस्त तक राहत की संभावना नहीं
गौरतलब है की पहले टमाटर 1,800 रुपये कैरेट के उच्च भाव पर बिका था। थोक में 40 व खुदरा बाजार में 60 से 80 रुपये प्रति किलो इसका उच्च स्तर था, यह रिकॉर्ड अब टूट गया है। आम दिनों में बेंगलुरू के अलावा महाराष्ट्र से भी टमाटर की आपूर्ति होती है। इसके अलावा स्थानीय उत्पादन भी बाजार तक पहुंचता है। टमाटर की कीमतों में 15 अगस्त तक राहत की संभावना नहीं है। बारिश लगातार जारी रही तो इसकी भाव और बढ़ सकते हैं।
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