India News (इंडिया न्यूज), Tourism in Kashmir: कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में अब तक 26 लोगों की जान जा चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना सऊदी अरब दौरा रद्द कर दिया है। वो अब भारत लौट चुके हैं। इसके अलावा, अमित शाह जम्मू कश्मीर के दौरे पर है। एक के बाद एक ताबरतोड़ मीटिंग हो रही है। इसके अलावा, ये भी जानकारी सामने आ रही है कि एनआईए की टीम श्रीनगर पहुंच चुकी है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद कश्मीर के स्थानीय लोगों को आर्थिक खामियाजा भुगतना पड़ेगा। कश्मीर के बर्फीली वादियों में अपनी छुट्टियां मनाने के शौकीन लोग इस आतंकी घटना के बाद दहशत में आ गए हैं। पर्यटकों द्वारा की गई अगले 4-5 महीने की बुकिंग को कैंसिल करवाना शुरू कर दिया है। जाहिर है इसका सीधा असर वहां के स्थानीय कश्मीरी लोगों और वहां के अर्थव्यवस्था पर देखने को मिलेगा।
तेजी से सुधर रहे थे कश्मीर के हालात
धारा 370 हटने के बाद से घाटी की हालात में बहुत तेजी से सुधार हो रहा था। इसका आंकलन हर साल पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी से लगाया जा सकता है। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने खुद बताया था कि साल 2024 में कश्मीर घाटी में 2.35 करोड़ टूरिस्ट आए थे, जिनकी संख्या 2023 में 2.11 करोड़, 2022 में 1.89 करोड़ थी। इससे साफ जाहिर होता है पर्यटकों की संख्या में लगातार वृद्दि की वजह से वहां की अर्थव्यवस्था में तो सुधार हो ही रहा था साथ ही, निचले तबके के आम आदमी तक को इसका फायदा हो रहा था।
पर्यटक डर से कैंसिल करा रहे बुकिंग
कश्मीर में हर साल पर्यटकों की संख्या में हो रही रिकॉर्ड बढ़ोतरी, इस क्रूर आतंकी हमले के बाद दम तोड़ सकती है। इसके नतीजे भी सामने आने लगे हैं। बड़ी संख्या में कश्मीर जाने वाले टूरिस्ट अपनी बुकिंग कैंसिल करा रहे हैं। चलो घूमने टूर एंड ट्रैवल की ऑपरेशन हेड कीर्ति अग्रवाल का कहना है कि इस हमले के बाद मेरे पास अगले 4-5 महीने की सारी बुकिंग कैंसिल कराने के फोन आ रहे हैं। इससे कंपनियों के साथ-साथ स्थानीय कारोबारियों और टूरिज्म को बहुत नुकसान होने की संभावना है। एक अन्य ट्रैवल एजेंसी ली ट्रैवलवर्ल्ड के एमडी संजय डांग ने कहा कि हमारे एक क्लाइंट ने परिवार के साथ घूमने के लिए 14 कमरों की बुकिंग कराई थी, लेकिन हमले के बाद उन्होंने बुकिंग कैंसिल करवा लिया। इस हमले के बाद होटल और फ्लाइट की बुकिंग भी तेजी से कैंसिल हो रही है।
होटल उद्योग के लिए यह बड़ झटका
कोरोना की तगड़ी मार की वजह से 2 साल तक ठप रहा कश्मीर का होटल उद्योग अभी ठीक से खड़ा भी नहीं हुआ था कि पहलगाम आतंकी हमलों ने एक बार फिर उनके लिए संकट खड़ा कर दिया। हमले के बाद होटलों की बुकिंग कैंसिल होनी शुरू हो गई है। ट्रैवल एजेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया की पूर्व अध्यक्ष ज्योति मयाल ने कहा कि पूरे कश्मीर में होटल कैंसिल कराने की होड़ सी लग गई है। डांग ने बताया कि कश्मीर में पर्यटन अभी अपने चरम पर था लेकिन इस हमले के बाद पर्यटक डर से बुकिंग कैसिल करा रहे हैं। इसका असर घरेलू पर्यटक के साथ विदेशी पर्यटकों पर भी देखने को मिलेगा जिनकी संख्या पिछले साल 67 हजार से ज्यादा थी।
अर्थव्यवस्था पर कितना होगा असर?
जम्मू कश्मीर की कुल जीडीपी में 8 फीसद हिस्सेदारी अकेले पर्यटन की है। 2024-25 में प्रदेश की जीडीपी 7 फीसदी से ज्यादा तेजी से बढ़ी थी। जिसमें टूरिज्म सेक्टर का ग्रोथ सबसे तेज था। कश्मीर का पर्यटन उद्योग पिछले वित वर्ष 2024 में 12 हजार करोड़ रुपए का रहा था, जिसे 2030 तक 25 से 30 हजार करोड़ रुपए तक पहुंचाने का लक्ष्य है। साल 2024 में सिर्फ गुलमर्ग से ही 103 करोड़ रुपए से ज्यादा का राजस्व प्राप्त हुआ था।