India News (इंडिया न्यूज) Jyoti Malhotra Case: ज्योति मल्होत्रा पर हिसार पुलिस का प्रेस नोट सामने आया है। इस प्रेस नोट में बताया गया है कि 16 मई को हिसार पुलिस ने ज्योति मल्होत्रा को 152 बीएनएस और ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत गिरफ्तार किया था। ज्योति मल्होत्रा कुछ पीआईओ के संपर्क में थी और कुछ सूचनाओं का आदान-प्रदान हुआ था। 18 मई की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद यह पहला प्रेस नोट है।
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कुरुक्षेत्र निवासी हरकीरत से भी पूछताछ
प्रेस नोट के मुताबिक, पुलिस ने आरोपियों से तीन मोबाइल फोन, एक लैपटॉप और कुछ अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त किए हैं। इसके साथ ही कुरुक्षेत्र निवासी हरकीरत को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है। हरकीरत वीजा सेवाएं प्रदान करता है।
हरकीरत से 2 मोबाइल फोन जब्त
पुलिस ने हरकीरत से 2 मोबाइल फोन जब्त किए हैं। हरकीरत को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। ज्योति और हरकीरत से बरामद मोबाइल फोन, लैपटॉप और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा गया है, जहां जांच चल रही है। जांच का नतीजा अभी हिसार पुलिस को नहीं सौंपा गया है। आरोपी ज्योति 5 दिन की पुलिस रिमांड पर है। हिसार पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है। प्रोटोकॉल के अनुसार, कुछ केंद्रीय जांच एजेंसियों ने भी आरोपी ज्योति से पूछताछ की है।
पुलिस ने कुछ अफवाहों का खंडन किया
- पूरे मामले की जांच हिसार पुलिस कर रही है और आरोपी हिसार पुलिस की हिरासत में है। कुछ केंद्रीय जांच एजेंसियां समय-समय पर आरोपी से पूछताछ कर रही हैं, लेकिन आरोपी की हिरासत इनमें से किसी भी एजेंसी को नहीं सौंपी गई है।
- आरोपी के पास किसी सैन्य, रक्षा या सामरिक जानकारी तक पहुंच होने के बारे में अभी तक कोई तथ्य सामने नहीं आया है।
- पुलिस द्वारा जब्त किए गए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा गया है, जहां विश्लेषण चल रहा है। विश्लेषण का परिणाम अभी हिसार पुलिस को नहीं सौंपा गया है। आरोपी की व्हाट्सएप चैट के बारे में अभी कोई टिप्पणी नहीं की जा सकती है।
- आरोपी की कथित डायरी के जो पन्ने सार्वजनिक रूप से दिखाए जा रहे हैं, वे पुलिस के पास नहीं हैं।
- आरोपी के 4 बैंक खातों की विस्तार से जांच की जा रही है। पैसों के लेन-देन के बारे में अभी कोई टिप्पणी नहीं की जा सकती है।
- आरोपी कुछ लोगों के संपर्क में जरूर था, यह जानते हुए कि वे पीआईओ हैं। लेकिन अभी तक सीधे तौर पर ऐसा कोई तथ्य सामने नहीं आया है, जिससे यह साबित हो सके कि आरोपी किसी आतंकी संगठन के संपर्क में था। आरोपी के किसी आतंकी घटना में शामिल होने के बारे में अभी तक कोई तथ्य सामने नहीं आया है।
- आरोपी के किसी पीआईओ से शादी करने, दूसरे धर्म में धर्म परिवर्तन करने आदि के बारे में अभी तक कोई तथ्य सामने नहीं आया है।