India News (इंडिया न्यूज), Indian Tourists Spending On Turkey: पाकिस्तान को सबक सिखाने के दौरान भारत ने कई देशों के असली चेहरे भी देख लिए। जिसमें चीन-अमेरिका के अलावा तुर्किए भी था। तुर्किए ने खुलेआम आतंकवाद पालने वाले पाकिस्तान का सपोर्ट किया और भारत के खिलाफ जंग के लिए ड्रोन्स भी सप्लाई किए। अब युद्ध विराम होने के बाद भारत ने तुर्किए की करतूतों का जवाब देना शुरू कर दिया है। भारत की जनता ने एक ऐसा ऐलान किया है, जिसकी वजह से तुर्किए घुटने पर आ गया है। इस देश ने भारतीय लोगों के लिए स्टेटमेंट जारी कर डाला है।

भारत के साथ हालिया संघर्ष के दौरान पाकिस्तान का खुलकर समर्थन करने पर आलोचना और भारतीय पर्यटकों द्वारा यात्रा रद्द करने की लहर का सामना कर रहे तुर्किये (Turkey) ने अब छवि सुधारने के लिए एक अभियान शुरू किया है।

इस स्थिति को संभालने के प्रयास में, तुर्किये के पर्यटन विभाग ने भारतीय पर्यटकों से एक सार्वजनिक अपील जारी की है, जिसमें उन्हें देश की यात्रा जारी रखने के लिए कहा गया है और उनकी सुरक्षा व गर्मजोशी से स्वागत का आश्वासन दिया गया है। सोशल मीडिया पर तुर्किये के पर्यटन विभाग की ओर से किया गया एक पोस्ट तेजी से फैल रहा है, जिसमें कहा गया है कि भारतीय पर्यटकों का देशभर में – होटलों, रेस्टोरेंटों, दुकानों और सभी पर्यटन स्थलों पर – हमेशा की तरह सम्मानपूर्वक स्वागत किया जाता है।

भूराजनीतिक तनावों से दूरी बनाते हुए, इस पोस्ट में कहा गया है कि “स्थानीय जनसंख्या का एक बड़ा हिस्सा भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे विवाद से अनजान है, और इसका तुर्किये के रोजमर्रा के जीवन या पर्यटन पर कोई असर नहीं है।” इसमें यह भी स्पष्ट किया गया है कि यात्रा सेवाएं पूरी तरह सामान्य हैं और भारतीय पर्यटकों की सुरक्षा या आवाजाही पर कोई रोक या खतरा नहीं है।

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पोस्ट में आगे कहा गया, “हम तुर्किये में आपके प्रवास के दौरान आपकी सुविधा, सुरक्षा और संतुष्टि सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।” साथ ही यह भी जोड़ा गया कि यदि भारतीय पर्यटकों को किसी तरह की शंका हो तो वे पर्यटन विभाग से संपर्क कर सकते हैं।

हालांकि, यह अपील भारतीयों की नाराज़गी को शांत करने में असफल रही है। शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, “नहीं तुर्किये, भारतीय उस देश में पैसा खर्च करने नहीं आएंगे जो उसी पैसों से पाकिस्तान को हथियार देता है। अपने पर्यटक कहीं और तलाशो, हमारा पैसा खून से सना नहीं है।”

भाजपा केरल इकाई के अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर ने भी “#BoycottTurkey” और “#SayNoToTurkey” जैसे हैशटैग के साथ एक संक्षिप्त पोस्ट में लिखा, “नहीं, धन्यवाद।”

वरिष्ठ पत्रकार वीर सांघवी ने भी प्रतिक्रिया दी, “साफ कहें तो हमें कोई फर्क नहीं पड़ता कि तुर्किये सुरक्षित है या आप पर्यटकों का स्वागत करते हैं। अगर आप सोचते हैं कि हम ऐसे देश में घूमने आएंगे जो खुलेआम पाकिस्तान को सैन्य सहायता और ड्रोन दे रहा है, तो आप भ्रम में हैं। भारतीयों की जगह पाकिस्तानी पर्यटकों को बुलाओ।”

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उद्योगपति और आरपीजी एंटरप्राइज़ेज़ के चेयरमैन हर्ष गोयनका ने इस मुद्दे पर भारतीय पर्यटन की आर्थिक भूमिका को रेखांकित करते हुए लिखा, “भारतीयों ने पिछले साल तुर्किये और अज़रबैजान को पर्यटन के ज़रिए 4,000 करोड़ रुपये से ज़्यादा दिए। इससे वहां की अर्थव्यवस्था, होटल, शादी उद्योग और उड़ानों को फायदा हुआ। आज वही देश पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के साथ खड़े हैं। भारत और दुनिया में घूमने के लिए कई खूबसूरत जगहें हैं, इन दो देशों को छोड़ दीजिए। जय हिंद।”

इस बीच, EaseMyTrip और Cox & Kings जैसी प्रमुख भारतीय ट्रैवल कंपनियों ने तुर्किये और अज़रबैजान के लिए सभी ट्रैवल पैकेज को स्थगित कर दिया है, जिसका कारण इन देशों का पाकिस्तान के प्रति झुकाव बताया गया है।