India News (इंडिया न्यूज़), Udayanidhi Stalin Controversy: DMK के प्रवक्ता टीकेएस एलंगोवन DMK नेता उदयनिधि स्टालिन के बयान पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि उन्होंने तमिल संस्कृति के बारे में बात की। तमिल संस्कृति यह है कि सभी मनुष्य समान रूप से पैदा होते हैं। यही उन्होंने कहा था। वह जन्म से, वर्ग से कोई अंतर नहीं चाहते थे… मैं सनातनी बन जाऊंगा। अगर मुझे पूजा करने के लिए किसी भी मंदिर में जाने की अनुमति दी जाती है, तो मैं इसे स्वीकार करूंगा। मुझे समझ नहीं आया कि सैन्टाना से उनका क्या मतलब है। हम जन्म से होने वाली इस असमानता का विरोध करते हैं।
उन्होंने इस मामले को लेकर बीजेपी पर भी हमला बोला। टीकेएस एलंगोवन ने कहा कि जिन लोगों ने उदयनिधि स्टालिन के भाषण की निंदा की थी, उन्होंने मणिपुर में जो हुआ उसके लिए मोदी की निंदा नहीं की। उदयनिधि ने बहुत ही सरल बात कही।
क्या है मामला?
तमिलनाडु के युवा कल्याण और खेल विकास मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन उन्मूलन सम्मेलन में बोलते हुए कहा था कि सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है। कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें ही खत्म किया जाना चाहिए। हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते। हमें इसे खत्म करना होगा। खेल विकास मंत्री ने आगे कहा कि सनातन नाम संस्कृत का है। यह सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है।
यह भी पढ़े-
- पीएम मोदी ने चीन और पाकिस्तान को सुनाया, कहा- बैठकें कहां होंगी यह भारत तय करेगा, कोई और नहीं
- बड़ी खबर! BJP ने आगामी राज्यसभा उपचुनाव के लिए यूपी से इस उम्मीदवार को किया खड़ा, जानें नाम