पटना। महागठबंधन में खटपट के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह(Union Home Minister Amit Shah) 22 फरवरी को बिहार दौरे पर पहुंच रहे हैं। इसकी जानकारी भाजपा नेता व राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर ने दी है। विवेक ने गृहमंत्री के दौरे की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा है कि 22 जनवरी को स्वामी सहजानंद सरस्वती के जयंती के अवसर पर किसान-मजदूर संघ के द्वारा पटना स्थित बापू सभागार में समारोह का आयोजन किया जा रहा है। इस मौके पर गृहमंत्री आमंत्रित हैं। उनके द्वारा इस दौरे की पुष्टि की गई है। गृहमंत्री शाह समारोह के दौरान पूरे बिहार से आए किसानों और मजदूरों को संबोधित करेंगे।

 

महागठबंधन में खटपट के बीच शाह का बिहार दौरा

गृहमंत्री शाह का दौरा ऐसे वक्त हो रहा है जब मौजूदा महागठबंधन सरकार में खटपट की स्थिति बनी हुई है। पिछले दिनों राजद नेता व बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर द्वारा धार्मिक ग्रंथ रामचरितमानस को लेकर विवादित बयान दिया गया। जिसके बाद पूरे देश भर से हिन्दू संगठनों ने उनके इस्तीफे की मांग करनी शुरू कर दी। हालांकि इससे बावजूद शिक्षा मंत्री अपने बयानों पर कायम रहे। उन्होंने कहा मैने कुछ गलत नही कहा है जिसके लिए माफी मांगनी या इस्तीफा देना पडे़। डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी मंत्री का बचाव करते हुए कहा कि देश के लिए संविधान से बड़ा कोई ग्रंथ नही। सीएम नीतीश कुमार ने इस बयान को लेकर ज्यादा कुछ नही कहा है लेकिन जदयू नेताओं के द्वारा मतभेद जरूर सामने आएं हैं। 

 

किसान आंदोलन के जनक हैं स्वामी सहजानंद

बता दें कि स्वामी सहजानंद सरस्वती को किसान आंदोलन के जनक के रूप में भी जाना जाता है। 1889 में जन्मे सहजानंद सरस्वती ने किसानों की हक के लिए काफी लंबे समय तक अंग्रेजी हूकूमत से लड़ाई लड़ी। उन्होंने मुख्य रूप से बिहार और उत्तरप्रदेश के किसानों का प्रतिनिधित्व किया। आजादी के ढाई साल बाद उनका पटना में निधन हो गया। उनकी जयंती के अवसर पर किसान- मजदूर संघ के द्वारा उनकी याद में कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।