India News (इंडिया न्यूज), Bilawal Bhutto Threat : पहलगाम आतंकी हमले के बाद सिंधु जल संधि को निलंबित करने के भारत के साहसिक कदम पर पाकिस्तानी नेता बिलावल भुट्टो-जरदारी की ‘खून’ वाली टिप्पणी पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। जरदारी ने शुक्रवार को पाकिस्तान के सिंध प्रांत के सुक्कुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए संधि का पालन न करने पर भारत को ‘खून’ की धमकी दी। उन्होंने कहा, ‘सिंधु हमारी है और हमारी ही रहेगी – या तो हमारा पानी इसमें बहेगा या उनका खून।’
‘उन्हें पानी में कूदने को कहो…’
केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘मैंने उनका बयान सुना। उन्हें कहीं पानी में कूदने को कहो। खैर, जब पानी ही नहीं होगा तो वे कैसे कूदेंगे? ऐसे बयानों को सम्मान न दें। उन्हें यह बात समझ में आ जाएगी।’ मंत्री ने कहा, ‘उनसे कहो कि वे अपनी मानसिक स्थिति की जांच कराएं, वे किस तरह के बयान दे रहे हैं। बहुत हो गया…अब हम यह सब बर्दाश्त नहीं करेंगे। अब कुछ दिन इंतजार करें।’
‘ये तो बस शुरूआत है’
उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी और “यह (इंडिया वॉटर ट्रीटी का निलंबन) तो बस शुरुआत है।” उन्होंने कहा, “पाकिस्तान सिर्फ़ एक दुष्ट देश नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा देश है जो लगातार गिरता जा रहा है।”
पुरी ने लंदन में पाकिस्तान उच्चायोग में पाकिस्तानी सेना और वायु सलाहकार कर्नल तैमूर राहत द्वारा भारतीयों के विरोध प्रदर्शन के दौरान किए गए गला काटने के इशारे पर भी टिप्पणी की, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। मंत्री ने कहा, “यह राज्य प्रायोजित आतंकवाद है। हम ऐसे बिंदु पर पहुंच गए हैं, जहां उन्हें इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। अगर उन्हें लगता है कि वे सिंधु जल संधि के निलंबन से बच सकते हैं, तो मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं।”
बिलावल भुट्टो ने दी थी भारत को चेतावनी
सिंधु संधि निलंबन पर बिलावल भुट्टो ने भारत को चेताया, ‘या तो हमारा पानी सिंध में बहेगा या…’ पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंध तोड़ लिए, जिसमें 26 लोग मारे गए, जिनमें ज़्यादातर पर्यटक थे। हमलावर पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े थे।
भारत द्वारा सिंधु जल संधि को रोकने के जवाब में पाकिस्तान ने प्रमुख समझौतों को निलंबित कर दिया, व्यापार रोक दिया, भारत के लिए हवाई क्षेत्र बंद कर दिया और चेतावनी दी कि उसके जल को रोकना युद्ध की कार्रवाई होगी।