India News(इंडिया न्यूज़), UP Police Constable Results: हाल ही में उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (UPPRPB) ने पुलिस भर्ती परीक्षा का परिणाम घोषित किया। परिणाम जारी होने के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर इसे लेकर विभिन्न भ्रामक पोस्ट और टिप्पणियां सामने आने लगीं। इनमें से कुछ पोस्ट अभ्यर्थियों के सरनेम या टाइटल के आधार पर उनकी जातियों को लेकर थीं, जिन पर बोर्ड ने रविवार, 16 मार्च को स्पष्ट संदेश जारी किया।
बोर्ड ने नियुक्ति पर क्या कहा?
UPPRPB ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ (पहले ट्विटर) हैंडल पर जारी संदेश में लिखा कि सोशल मीडिया पर कुछ अभ्यर्थियों के सरनेम या टाइटल के आधार पर उनकी जातियों को लेकर भ्रामक टिप्पणियां की जा रही हैं। बोर्ड ने इस पर स्पष्ट किया कि किसी भी अभ्यर्थी को सरनेम या टाइटल के आधार पर सफल या असफल घोषित नहीं किया जाता है।
बोर्ड ने यह भी कहा कि अभ्यर्थियों की सफलता और असफलता जाति प्रमाण पत्रों की संवीक्षा (वेरिफिकेशन) के बाद निर्धारित की जाती है। यह प्रक्रिया सक्षम अधिकारियों के तहत डीवी बोर्ड द्वारा पूरी की जाती है, जिसमें उपजिलाधिकारी और पुलिस उपाधीक्षक स्तर के अधिकारी शामिल होते हैं।
नियुक्ति प्रक्रिया की पारदर्शिता
UPPRPB ने अपनी पोस्ट में बताया कि सभी अभ्यर्थियों के मूल जाति प्रमाण पत्रों का समुचित परीक्षण किया जाता है। जब डीवी बोर्ड पूरी तरह संतुष्ट हो जाता है, तभी किसी अभ्यर्थी को सफल घोषित किया जाता है। बोर्ड ने जोर देकर कहा कि नियुक्ति जनपद के पुलिस अधीक्षक चयनित अभ्यर्थियों का दोबारा सत्यापन करते हैं, जिससे प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित होती है।
भ्रामक आरोपों का खंडन
सोशल मीडिया पर दो अभ्यर्थियों – पंकज पांडे और शिवानी उपाध्याय – को लेकर लगाए जा रहे आरोपों का भी बोर्ड ने खंडन किया। पंकज पांडे की जाति गोसाई है, जो कि अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) में आती है। शिवानी उपाध्याय की जाति जोगी है, जो भी OBC वर्ग के अंतर्गत आती है। बोर्ड ने स्पष्ट किया कि ये जातियां उनके प्रमाण पत्रों के आधार पर सही तरीके से सत्यापित की गई हैं।
जानकारी के लिए संपर्क करें
बोर्ड ने कहा कि यदि किसी व्यक्ति को किसी विशिष्ट अभ्यर्थी की जाति या अन्य जानकारी को लेकर कोई पुष्ट जानकारी चाहिए, तो वह UPPRPB के ईमेल – sampark@uppbpb.gov.in – पर संपर्क कर सकता है। बोर्ड ने यह भी आश्वासन दिया कि किसी भी शिकायत की समुचित जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
फर्जी खबरों से बचने की अपील
UPPRPB ने अभ्यर्थियों और जनता से अपील की कि वे भ्रामक और अपुष्ट टिप्पणियां न लिखें और न ही उन्हें प्रसारित करें। बोर्ड ने चेतावनी दी कि ऐसा करना कानूनन अपराध है। उन्होंने सभी से अनुरोध किया कि वे केवल आधिकारिक स्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करें।
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने सोशल मीडिया पर फैल रहे भ्रम को दूर करने और प्रक्रिया की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए समय पर प्रतिक्रिया दी। यह कदम न केवल अफवाहों पर रोक लगाने में मदद करेगा, बल्कि अभ्यर्थियों का भरोसा भी बनाए रखेगा।