India News (इंडिया न्यूज), Anuj Kanojia Encounter : झारखंड के जमशेदपुर में मुख्तार अंसारी गैंग का कुख्यात शुटर अनुज कनौजिया को पुलिस ने एक मुठभेड़ में मार गिराया है। बता दें कि उसपर ढाई लाख का ईनाम था। इस एनकाउंटर में यूपी एसटीएफ और झारखंड एटीएस की संयुक्त टीम शामिल थी। जानकारी के मुताबिक कनौजिया मुख्तार अंसारी गैंग का सक्रिय सदस्य था और लंबे समय से फरार चल रहा था।

शुरूआती जानकारी के मुताबिक यूपी एसटीएफ और झारखंड एटीएस की टीम कनौजिया को पकड़ने जमशेदपुर के गोविंदपुर इलाके में पहुंची थी। लेकिन पुलिस को देखते ही उसने उन पर फायर खुल दिया। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में वो मारा गया।

बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था कनौजिया

पुलिस काफी समय से कनौजिया की तलाश में थी। फिर उनको जानकारी मिली कि कन्नौजिय जमशेदपुर में छिपकर रह रहा था और किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था। मुठभेड़ के बाद पुलिस को उसके पास से
एक रेग्युलर पिस्टल भी बरामद की है। दोनों तरफ से हुई फायरिंग में यूपी एसटीएफ के डीएसपी को भी गोली लगी, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है।

पिछले कुछ समय से पुलिस कनौजिया को पकड़ने के लिए लगातार दबाव बना रही थी। इसी कड़ी में पहले आजमगढ़ में स्थित उसके घर को बुलडोजर से गिरा दिया था। इसके अलावा उसके परिवार के कई सदस्यों को भी गैंगस्टर एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था।

कौन था अनुज कनौजिया?

जानकारी के मुताबिक अनुज कनौजिया यूपी के मऊ जिले का रहने वाला था और मुख्तार अंसारी का सबसे भरोसेमंद शूटर माना जाता था। कनौजिया के खिलाफ मऊ और गाज़ीपुर में हत्या, रंगदारी और फिरौती जैसे दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज थे। पहले उसपर 1 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था, लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 2.5 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था।

एक बार फिर पाकिस्तान की ISI ने रची कुलभूषण जाधव वाली साजिश, लेकिन फिर गया पानी, जाने कौन था इस बार निशाने पर?

इस किताब ने खोले कांग्रेस के कई बड़े राज, सोनिया गांधी ने किया था ऐसा काम, जानकर उड़ेंगे आपके भी होश