India News (इंडिया न्यूज), US Human Trafficking: अमेरिका के प्रिंसटन, न्यू जर्सी में चार भारतीयों को मानव तस्करी के आरोप में गिरफ़्तार किया गया। अधिकारियों ने कोलिन काउंटी से बाहर चल रहे एक जबरन श्रम अभियान का पर्दाफाश किया। हालाँकि मार्च में गिरफ़्तारियाँ की गई थीं, प्रिंसटन पुलिस विभाग अब जाँच का विवरण जारी कर रहा है। बता दें कि, पुलिस ने 13 मार्च को कल्याण संबंधी चिंताओं और गिन्सबर्ग लेन के 1000 ब्लॉक में एक घर में संदिग्ध परिस्थिति का हवाला देते हुए एक कॉल का जवाब दिया। एक हलफ़नामे के अनुसार, संभावित खटमल के लिए घर का निरीक्षण करने वाली कीट नियंत्रण कंपनी ने अधिकारियों को सूचित किया कि प्रत्येक कमरे में… 3-5 युवतियाँ फर्श पर सो रही थीं।
पुलिस ने किया बड़ा पर्दाफाश
बता दें कि, प्रिंसटन पुलिस सार्जेंट कैरोलिन क्रॉफ़ोर्ड ने कहा कि एक दर्जन से ज़्यादा लोग जबरन श्रम योजना में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि मैं शायद आसानी से 100 से ज़्यादा कह सकती हूँ। उन्होंने आगे कहा कि उनमें से आधे से ज़्यादा पीड़ित हैं। इस मामलें में पुलिस ने चार भारतीयों- चंदन दासिरेड्डी (24), द्वारका गुंडा (31), संतोष कटकोरी (31), और अनिल माले (37) को गिरफ़्तार किया और उन पर मानव तस्करी का आरोप लगाया गया। पुलिस ने आगे कहा कि पीड़ितों में पुरुष और महिला दोनों शामिल थे जो प्रोग्रामर के रूप में काम कर रहे थे।
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चार भारतीय को किया गया गिरफ्तार
खैर अधिकारियों ने कथित शेल कंपनियों की सटीक प्रकृति का खुलासा नहीं किया। लेकिन उन्होंने घर की तलाशी के दौरान कई लैपटॉप, फ़ोन, प्रिंटर और धोखाधड़ी वाले दस्तावेज़ जब्त किए। प्रिंसटन पुलिस प्रमुख जेम्स वाटर्स, जो कई महीनों से इस मामले पर काम कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हम इस स्थिति में कैसे पहुँचे, यह बहुत ही अनोखा था। उन्होंने आगे कहा कि वे बस कई अन्य सुरागों और कई अन्य दृश्यों को उजागर करेंगे जो वहाँ चल रहे थे। इस मामले के बाद में उन्हें प्रिंसटन, मेलिसा और मैककिनी शहरों में कई अन्य स्थानों के बारे में पता चला जहाँ जबरन श्रम संचालन होता था।
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