India News (इंडिया न्यूज), Atul Subhash Parents: बेंगलुरु में रहने वाले अतुल सुभाष ने अपनी पत्नी की प्रताड़ना से तंग आकर सुसाइड कर लिया। लेकिन इससे पहले उन्होंने वीडियो बनाकर सारी बातें रखीं और अपनी 12 अंतिम इच्छाओं के बारे में बताया। फिर इसके बाद अतुल सुभाष की दर्द भरी दांस्ता सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। उनकी कहानी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स से लेकर फेसबुक और इंस्टाग्राम पर वायरल हो रही है। अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया के खिलाफ लोगों में गुस्सा है। लोग उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। लोग यह भी कह रहे हैं कि निकिता सिंघानिया के साथ-साथ उस महिला जज को भी सजा मिलनी चाहिए।
आत्महत्या से पहले मृतक ने बनाया वीडियो
आत्महत्या से पहले बनाए गए वीडियो में अतुल ने सारी मामलों की कलह खोलकर रख दी है। उन्होंने बताया था कि उनकी मौत के लिए उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया, साला अनुराग सिंघिया उर्फ पीयूष सिंघानिया, चचेरे ससुर सुशील सिंघानिया जिम्मेदार हैं। अतुल ने बताया कि उनकी पत्नी और ससुराल वालों ने पैसे ऐंठने के लिए बड़ी साजिश रची थी। उनके परिवार वालों को झूठे केस में फंसाया गया था। उन्होंने कहा कि यह वीडियो देखकर आपको सीख मिलेगी कि, कैसे एक लड़की इस कानूनी व्यवस्था का इस्तेमाल करके आपको और आपके परिवार को बर्बाद कर सकती है।
सुभाष ने लिखा 24 पन्नों का सुसाइड नोट
प्राइवेट कंपनी में काम करने वाले अतुल सुभाष ने 24 पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उसने अपनी पत्नी और उसके रिश्तेदारों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। शुरुआती जांच में पता चला है कि सुभाष वैवाहिक समस्याओं से जूझ रहा था और उसकी पत्नी ने उसके खिलाफ कई मामले दर्ज करवा रखे थे। इतना बड़ा कदम उठाने से पहले उसने सुसाइड नोट को ईमेल के जरिए कई लोगों को भेजा और जिस एनजीओ से वह जुड़ा था, उससे जुड़े एक वॉट्सऐप ग्रुप में शेयर किया। जब अतुल के भाई ने उसकी मौत वाले दिन का घटनाक्रम बताया तो पहले उसे लगा कि शायद किसी ने उसके भाई का वॉट्सऐप या मेल आईडी हैक कर ली होगी। लेकिन अनहोनी का अहसास और खबर दोनों ही सच थे।
अतुल के पिता के दर्द को सुनकर रो पड़ेंगे आप
अतुल के पिता ने कहा कि, मार्च के महीने जब गया तो अतुल ने बताया कि केस का जो मीडियेटर है, वो भारतीय कानून को मानता ही नहीं था। हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के कानून को भी नहीं मानता था। एक केस खत्म होने के बाद दूसरा केस लगा देते थे। इस वजह से अतुल परेशान रहता था, लेकिन हमलोगों को बताता नहीं था। उसको 40 बार बंगलुरु से जौनपुर जाना पड़ा।
इन सब बातों की वजह से वो अंदर से फ्रस्टेड रहता था। लेकिन हमलोगों को पता नहीं चलने देता था। रात 2 से 3 बजे के करीब छोटे बेटे को अतुल ने मेल किया था। फिर कॉल आया तब हम लोग किसी तरह पटना आए फिर किसी तरह बंगलुरु आए हैं।अतुल सुभाष ने पत्नी और ससुराल वालों पर जितने भी आरोप लगाए हैं, वो सब एकदम सही है। एक दो आरोप छूट गए होंगे, लेकिन उन्होंने जो भी आरोप लगाए वो सब एकदम सही है।