India News(इंडिया न्यूज),Vishwakarma Scheme: पीएम मोदी कल यानी विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर विश्वकर्मा योजना की शुरुआत करने वाले है। जिसकी कुल लागत 13,000 करोड़ रुपये बताई जा रही है। मिलीन जानकारी के अनुसार बता दें कि, परंपराओं, संस्कृतियों, स्थानीय उत्पादों, कला-शिल्प की समृद्ध विरासत को संरक्षित करने और कारीगरों व शिल्पकारों को कर्ज देने के लिए केंद्र सरकार ने पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत 13,000 करोड़ रुपये आवंटित किए है। जहां पीएम मोदी विश्वकर्मा जयंती पर यानी रविवार को इस योजना का शुभारंभ करेंगे। बता दें कि, इस योजना के तहत पारंपरिक शिल्पकारों व कारीगरों को तीन लाख रुपये का कर्ज दिया जाएगा।
पीएम कार्यालय ने जारी किया बयान
मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि, इस योजना के शुरुआत से पहले पीएम कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार इस योजना का लाभ उन्हीं कारीगरों को मिलेगा, जिन्होंने बायोमीट्रिक आधारित पीएम विश्वकर्मा पोर्टल पर पंजीकरण करा रखा है। इन कारीगरों व शिल्पकारों को पीएम विश्वकर्मा प्रमाणपत्र और आईडी कार्ड के रूप में मान्यता मिलेगी। बता दें कि, इसमें बढ़ई, लोहार, सुनार, राजमिस्त्री, नाई, धोबी, दर्जी, मूर्तिकार, पत्थर तराशने वाले, मोची/जूता बनाने वाले कारीगर, खिलौना निर्माता, हथौड़ा और टूलकिट निर्माता व अन्य श्रेणी के लोग आते है।
15000 हजार का प्रोत्साहन
इसके साथ हीं वित्त मंत्रालय ने 15000 के प्रोत्साहन को लेकर भी बातें साफ कर दी है। जहां वित्त मंत्रालय द्वारा जारी बयान के द्वारा योजना में लाभार्थियों को 15 हजार रुपये का टूलकिट प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा। योजना में बुनियादी और उन्नत प्रशिक्षण दोनों के माध्यम से कौशल वृद्धि के लिए पांच प्रतिशत की रियायती दर से एक लाख रुपये और दो लाख रुपये का कर्ज दिया जाएगा।
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