India News (इंडिया न्यूज),Waqf Act 2025: सुप्रीम कोर्ट ने आज यानी गुरुवार को वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ दायर याचिकाओं पर सुनवाई की। कोर्ट ने अंतरिम आदेश जारी कर एक हफ्ते तक यथास्थिति बनाए रखने को कहा है।
सर्वोच्च न्यायालय के इस फैसले का जमीयत उलेमा ए हिंद के प्रमुख मौलाना मदनी ने स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि जो लोग वक्फ की मांग कर रहे हैं, वे दरअसल कोर्ट से बचना चाहते हैं। सुप्रीम कोर्ट के शुरुआती रुख से वे निराश थे, इसलिए उन्होंने और समय मांगा था, लेकिन हमें उम्मीद है कि कोर्ट का फैसला सही होगा। आज नहीं तो एक हफ्ते बाद। सुप्रीम कोर्ट का फैसला एक तरह से रोक है और आगे की सुनवाई में भी यही रुख रहने की उम्मीद है।
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‘अदालत इस मामले को गंभीरता से देख रही है’
मदनी ने कहा कि अगर कोई यह सोचता है कि समय लेकर अदालत से भागने से फैसला उसके पक्ष में आ जाएगा तो ऐसा नहीं होगा। बल्कि अदालत के रवैये से साफ है कि वह इस मामले को गंभीरता से देख रही है। उन्होंने यह भी बताया कि जेपीसी (संयुक्त संसदीय समिति) में उठाए गए मुद्दों पर अमल नहीं किया गया। बाबरी मस्जिद मामले में भी सुप्रीम कोर्ट ने ‘वक्फ बाय यूजर’ को मान्यता दी थी, यानी मस्जिद को तोड़कर मंदिर नहीं बनाया गया था।
‘विरोध प्रदर्शन से अशांति फैल सकती है’
मौलाना मदनी ने यह भी चेतावनी दी कि अगर लोग सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेंगे तो इससे तनाव बढ़ सकता है। मुर्शिदाबाद में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला जहां लोगों की मौत हुई और कई लोग जेल भी गए। इसलिए उन्होंने शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन करने और सड़कों पर न उतरने की अपील की।
बता दें कि वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर पश्चिम बंगाल में हिंसा हुई है। मुर्शिदाबाद में तीन लोगों की जान चली गई और 500 हिंदू परिवार पलायन कर गए। भाजपा ने इस हिंसा को लेकर कोलकाता में ममता सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया और इस्तीफे की मांग की। वहीँ, टीएमसी ने हिंसा के लिए बीजेपी को जिम्मेदार बताया।