India News (इंडिया न्यूज), Waqf Amendment Bill: वक्फ संशोधन विधेयक लोकसभा में पेश हो गया है। आज ही इस विधेयक पर चर्चा और मतदान की तैयारी है। विपक्ष ने चर्चा के लिए 12 घंटे का समय मांगा था। लेकिन सरकार ने सिर्फ 8 घंटे का समय दिया है। सरकार जहां इस विधेयक को मुसलमानों के हित में सुधारात्मक कदम बता रही है, वहीं विपक्ष इसका कड़ा विरोध कर रहा है। विपक्षी दलों का कहना है कि यह विधेयक संविधान का उल्लंघन है और धार्मिक स्वतंत्रता के खिलाफ है। लोकसभा में हंगामे के बीच केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वक्फ ने संसद में उस जगह पर भी दावा कर दिया है, जहां हम बैठे हैं। अगर मोदी सरकार नहीं होती तो यह वक्फ की संपत्ति होती।
किरेन रिजिजू ने क्या कहा?
संसद में बिल पेश होते ही विपक्षी सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया। बीच-बीच में टोका-टोकी के बावजूद केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू अपनी बात रखते रहे। इस दौरान उन्होंने कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक में किसी भी धार्मिक गतिविधियों में हस्तक्षेप का प्रावधान नहीं है। हम किसी भी मस्जिद के संचालन में हस्तक्षेप नहीं करने जा रहे हैं। इस पर विपक्ष की ओर से किसी ने टिप्पणी की। स्पीकर ओम बिरला ने बीच में टोकते हुए नसीहत दी कि आप भारत की संसद में बैठे हैं, गरिमा का ध्यान रखें। किसी भी व्यक्ति को बैठकर टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है।
यह मस्जिद व धार्मिक गतिविधियों से जुड़ा मामला नहीं है
किरेन रिजिजू ने आगे कहा कि यह मस्जिद या धार्मिक गतिविधियों से जुड़ा मामला नहीं है। यह सिर्फ एक संपत्ति के प्रबंधन से जुड़ा मामला है। अगर कोई मुसलमान जकात देता है तो हम उससे सवाल करने वाले कौन होते हैं। हम सिर्फ इसके प्रबंधन की बात कर रहे हैं। इसका धार्मिक व्यवस्था से कोई लेना-देना नहीं है। किरेन रिजिजू ने कहा कि इस विधेयक में वक्फ बोर्ड के किसी भी धार्मिक कार्य में सरकार द्वारा किसी तरह के हस्तक्षेप की कोई योजना नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि वक्फ बोर्ड ने दिल्ली एयरपोर्ट और वसंत विहार पर भी अपना दावा पेश किया था। इसके अलावा उन्होंने कहा कि वक्फ संपत्ति को निजी संपत्ति माना जाता है। दुनिया में सबसे ज्यादा वक्फ संपत्तियां भारत में हैं। ऐसे में भारत के मुसलमान इतने गरीब क्यों हैं?