West Bengal Violence: रामनवमी के जुलूस के दौरान पश्चिम बंगाल के कुछ जिलों में दो गुटों के बीच हुई सांप्रदायिक हिंसा को लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट अलर्ट हो गया है। इसी कड़ी में राज्य में ममता बनर्जी की सरकार को कड़ी फटकार लगाते हुए कानून और व्यवस्था को बनाए रखने के निर्देश भी मिले है।
हाईकोर्ट ने इस मामले की दर्ज याचिका की सुनवाई करते हुए कहा कि ममता सरकार ये सुनिश्चित करें कि हनुमान जयंती के दौरान निकाले जाने वाले जुलूस में कानून और व्यवस्था की ऐसी स्थिति पैदा नहीं होनी चाहिए। जिन इलाकों में सरकार धारा 144 लगाती है उन इलाकों से किसी भी कीमत में जुलूस नहीं निकाला जाएगा। यदि व्यवस्था को संभालने में राज्य सरकार सक्षम नहीं है तो उन इलाकों में केंद्रीय बलों को तैनात किया जाए।
कलकत्ता हाईकोर्ट ने दिए आदेश
कलकत्ता हाईकोर्ट ने भी हनुमान जन्मोत्सव को लेकर बुधवार 5 अप्रैल को आदेश दिया है। हाईकोर्ट ने बंगाल सरकार से कहा कि आप केंद्र सरकार से फोर्स मांगिए, अगर राज्य में पुलिस बल पर्याप्त नहीं है तो आप पैरामिलिट्री फोर्स की मदद ले सकते हैं। हम अपने नागरिकों की सुरक्षा चाहते हैं।
ममता बनर्जी ने बीजेपी पर लगाए आरोप
बीते दिनों रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान पश्चिम बंगाल के हुगली और हावड़ा जिलों में हिंसा हुई थी। राज्य की सीएम ममता बनर्जी ने इस हिंसा को लेकर बीजेपी पर आरोप लगाए थे उन्होंने कहा था कि हुगली और हावड़ा में हिंसा के पीछे बीजेपी है। वे बंगाल में हिंसा के लिए अन्य राज्यों से गुंडों को लेकर आए। वे एक समुदाय को दूसरे के खिलाफ खड़ा कर हिंदू धर्म को बदनाम कर रहे हैं लेकिन दंगाइयों का कोई धर्म नहीं है, वे महज राजनीतिक गुंडे हैं। मैं हर किसी से शांति बरतने की अपील करती हूं।
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