India News (इंडिया न्यूज), West Bengal Murshidabad Violence: ममता दीदी के गढ़ पश्चिम बंगाल के हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद जिले में स्थिति लगातार तनावपूर्ण बनी हुई है। प्रभावित इलाकों में 1,600 जवानों को तैनात किया गया है। वहीं, जिले के धुलियान से 500 से अधिक हिंदुओं ने भागकर मालदा में शरण ली है। हिंसा प्रभावित लोगों ने राज्य में राष्ट्रपति शासन की मांग की है। हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान तीन लोगों की मौत के सिलसिले में 12 और लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

वक्फ कानून के विरोध में शनिवार को मुर्शिदाबाद, उत्तर 24 परगना, हुगली और मालदा जिलों में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कुमार ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है। हिंसा की कोई नई घटना सामने नहीं आई है। जिले के सुती, धुलियान, शमशेरगंज और जंगीपुर इलाकों में सड़कें सुनसान रहीं और दुकानें बंद रहीं। धुलियान से भागे हिंदुओं ने मालदा के लालपुर हाई स्कूल, देवनापुर-सोवापुर जीपी, नदी के उस पार बैष्णवनगर में शरण ली है।

घरों में लगा दी गई आग

लोगों ने बताया कि उनके घरों में आग लगा दी गई। महिलाओं से छेड़छाड़ की गई, घर के पुरुष सदस्यों को पीटा गया और घर खाली करने की धमकी दी गई। एक फार्मेसी मालिक ने कहा कि उन्होंने 50 साल में ऐसी हिंसा नहीं देखी। इस बीच, बीएसएफ के डीआईजी नीलोप्तल कुमार पांडेय ने कहा कि मुर्शिदाबाद में स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। सुती और शमशेरगंज में 9 कंपनियां तैनात की गई हैं।

फरक्का तक पहुंची हिंसा…

शमशेरगंज के बाद सांप्रदायिक तनाव पड़ोसी इलाके फरक्का तक फैल गया है। वक्फ एक्ट के विरोध में रविवार को महादेव नगर में बमबाजी हुई। जवाब में दूसरा पक्ष हथियारों के साथ इकट्ठा हो गया। बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा और स्थिति को नियंत्रण में किया। इस बीच, हिंसा के बाद शमशेरगंज थाना प्रभारी को हटा दिया गया है।

यमुनानगर पहुंचे पीएम मोदी, विकास कार्यों का किया उद्घाटन और शिलान्यास, सीएम सैनी और हरियाणा की तारीफ में कह दी ‘ये बड़ी बात’

गश्त और छापेमारी

पुलिस महानिदेशक ने बताया कि हिंसाग्रस्त इलाकों में सुरक्षा बलों की कुल 21 कंपनियां तैनात की गई हैं। हिंसा प्रभावित इलाकों में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र बल धुलियान, शमशेरगंज और सुती के संवेदनशील इलाकों में गश्त कर रहे हैं। अब तक छापेमारी में 150 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

असम में भी पुलिस पर पथराव

असम के सिलचर शहर के बेरेंगा इलाके में नए वक्फ कानून के विरोध में 300-400 लोगों ने सड़क जाम कर दी। पुलिस जब सड़क खाली कराने गई तो प्रदर्शनकारियों ने पथराव कर दिया। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है।

दुनिया का सबसे महंगा पानी…जिसे खरीदने में करोड़पतियों के तो क्या अरबपतियों के भी उड़ जाते है तोते, कीमत जान चकरा जाएगा सिर