India News (इंडिया न्यूज),India Pakistan Conflict:पहलगाम हमले के बाद से सरकार लगातार कई बड़े फैसले ले रही है। इसी बीचकेंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को मॉक ड्रिल करने के आदेश जारी किए हैं। ये आदेश 3 दिसंबर 1971 की उस राज की याद दिलाता है जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर था। देर रात लोग सोने जा रहे थे या सो चुके थे। अचानक देशवासियों ने रेडियो पर तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की आवाज सुनी। वह लाइव थीं और देशवासियों को संबोधित कर रही थीं। लोग समझ चुके थे कि कुछ बड़ा हुआ है। इंदिरा गांधी ने कहा, ‘जय हिंद। आज मैं खतरे के समय बोल रही हूं। अभी कुछ घंटे पहले ही शाम करीब 5:30 बजे पाकिस्तान ने हम पर हमला किया है।’ इंदिरा का यह संबोधन देश के लिए साफ संदेश था कि सभी एकजुट रहें, अब भारत युद्ध में उतर चुका है क्योंकि दुश्मन पाकिस्तान ने हमला कर दिया है।
‘युद्ध हम पर थोपा गया है’
उन्होंने कहा था कि युद्ध हम पर थोपा गया है। हम इसका मजबूती से जवाब देंगे। तब पाकिस्तान ने ऑपरेशन चंगेज खान को अंजाम दिया था। इंदिरा गांधी ने इसे भारत के खिलाफ युद्ध की घोषणा माना और उसी रात वायुसेना को जवाबी हमला करने का आदेश दिया। सुबह होते-होते भारतीय सेना ने पाकिस्तान पर हमला कर दिया था। पूर्वी पाकिस्तान पर हमला करने का आदेश जारी हुआ और भारतीय सेना ने जमीन, पानी और समुद्र, हर तरफ से एक साथ हमला किया। मिशन था पश्चिम में पाकिस्तानी सेना को रोकना और पूर्व में ढाका पर कब्ज़ा करना।
इंदिरा ने आगे कहा कि अब बांग्लादेश पर पश्चिमी पाकिस्तान का यह युद्ध भारत में भी आ गया है। पूरे भारत की जनता, सभी राजनीतिक दल और सभी नागरिक एकजुट हैं और सभी इस हमले का निर्णायक तरीके से जवाब देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
पहलगाम हमले के बाद जंग जैसा माहौल
ऐसे समय में जब भारत में मई 2025 में ब्लैकआउट की रिहर्सल की जा रही है। भारत पहलगाम आतंकी हमले के दोषियों को सजा देने की तैयारी कर रहा है और पाकिस्तान बिना किसी वजह के सीमा पर गोलीबारी कर रहा है, बुजुर्गों को 1971 का वह दौर जरूर याद आ रहा होगा जब पाकिस्तान और भारत खुलेआम आमने-सामने आ गए थे। इंदिरा गांधी ने न सिर्फ पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया बल्कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान को दो हिस्सों में बांट भी दिया।