India News (इंडिया न्यूज़), Arunachal case: सामान्यतः हर व्यक्ति के मन में यह जिज्ञासा रहती है कि आखिर मृत्यु के बाद क्या होता है? क्या इस दुनिया के अलावा भी और कोई दुनिया है जहां पहुंचा जा सकता है। ऐसे ही प्रश्नों के तलाश में केरल के तीन लोगों ने अपनी जान गवां दी। दरअसल, अरुणाचल प्रदेश के एक होटल में तीन केरलवासियों की मौत का रहस्य हर दिन गहराता जा रहा है। मामले में कुछ नया सबुत हाथ लगा है। पुलिस ने देखा कि पीड़ितों में से दो, नवीन थॉमस और उनकी पत्नी देवी ने दूसरी दुनिया के बारे में इंटरनेट पर सर्च किया मिला। इस बात का खुलासा तब हुआ जब पुलिस ने उनके घर से मिले लैपटॉप की जांच की।
रहस्यमयी किताबें भी बरामद
दंपति ने 500 और 1,000 पन्नों की दो किताबें भी डाउनलोड की थीं, जो उन ग्रहों पर जीवन से संबंधित थीं, जहां इंसानों को पृथ्वी पर अपनी मृत्यु के बाद जाता है। आयुर्वेद डॉक्टर नवीन और देवी और उनके स्कूल शिक्षक मित्र आर्य बी नायर के शव पिछले दिनों सीमावर्ती राज्य के एक सुदूर और सुरम्य शहर जीरो में एक होटल के कमरे में पाए गए थे।
एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने कहा, “हम जांच कर रहे हैं कि क्या कोई अन्य व्यक्ति या सोशल मीडिया ग्रुप जो मृत्यु के बाद की तलाश में लगा हुआ था, इन मौतों में शामिल था। मनोचिकित्सकों की भी सलाह ली जाएगी।”
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होटल के कमरे में एक नोट मिला
वहीं, पुलिस को होटल के कमरे से तीनों के हस्ताक्षर वाला एक नोट मिला था, जिसमें लिखा था कि उनकी मौत के लिए कोई और जिम्मेदार नहीं है। अरुणाचल प्रदेश पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि तीनों पर एंटीकोआगुलंट्स लेने का संदेह है, क्योंकि होटल के कमरे में ऐसी दवाएं देखी गईं।
जब वे होटल में चेक इन कर रहे थे तो आर्या ने खुद को नवीन और देवी की बेटी बताया था। पोस्टमार्टम पूरा हो चुका है और उनके शवों को एक एम्बुलेंस में सड़क मार्ग से अरुणाचल प्रदेश से गुवाहाटी ले जाया जाएगा, जिसे गुरुवार को कोलकाता के रास्ते तिरुवनंतपुरम ले जाया जाएगा।
आत्मा को लेकर साइंस क्या कहता है?
मृत्यु के बाद क्या होता? ऐसे अनगिनत प्रश्नों दिमाग में आते हैं। बहुत से लोग भूतों और दूसरी दुनिया पर विश्वास भी करते हैं, जबकि कुछ लोग इसे निराधार बात समझते हैं। पूरी दुनिया में ऐसे मिथकों और किस्सों की भरमार है, लेकिन इनके पीछे छिपे वैज्ञानिक और धार्म क्या कहता है इसे समझते हैं। वैज्ञानिक नजरीए से बात करें तो आत्मा या भूतों का अस्तित्व एक निगेटिव एनर्जी है। मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि यह लोगों के विचारों, भ्रमों, या मानसिक बिमारी हो सकती है। वैज्ञानिक नजरिया कहता है किसी के मृत्यु के बाद कोई आत्मा वापस नहीं आती। यानी यूं समझ लीजिए कि मृत्यु के बाद कोई भूत नहीं बनता। हालांकि, धर्म भूतों के अस्तित्व को माना है।
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