Interview captain Amrindar singh

अजय शुक्ल । चंडीगढ़

मुझे क्यों हटाया गया, यह तो हाईकमान ही बता सकता है। मैंने क्या नहीं किया पार्टी और पंजाब के लिए। चुनाव घोषणा पत्र में किये गये 90 फीसदी वादे पूरे किये हैं। जो बचे हैं, उन पर काम चल रहा था। यह बात पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इंडिया न्यूज से हुई विशेष बातचीत में कही।

Will Not Allow Sidhu To Become The Chief Minister : Capt Amarinder Singh

कैप्टन ने एक सवाल के जवाब में कहा कि पीपीसीसी अध्यक्ष नवजोत सिद्धू डेंजरस मैन है। वह तब पाकिस्तानी जनरल से गले मिल रहा था जब कश्मीर में हमारे सैनिक मारे जा रहे थे। मैं ऐसे व्यक्ति को माफ नहीं कर सकता। वह नाकाबिल व्यक्ति है। वह जहां से भी चुनाव लड़ेगा, उसको हराने के लिए उसके विरोध में खड़े प्रत्याशी की मदद करूंगा। मैं उस पर बात करके वक्त बरबाद नहीं करना चाहता हूं। जब वह बार-बार ट्वीट करके सरकार पर जबरन सवाल खड़े कर रहा था, तब मैंने सोनिया जी से कहा था, तब उन्होंने उसे डांटा तो ट्वीट कुछ दिन बंद रहे।
कैप्टन ने कहा कि राजनीति में कभी कुछ स्थाई नहीं होता है। मैंने पांच बार इस्तीफे दिये हैं। बरनाला सरकार में कृषि मंत्री भी रहा हूं। अपने साथियों से चर्चा करके दो तीन सप्ताह में फैसला लूंगा कि क्या करूं, तब बताऊंगा। अभी मैं कुछ अधिक भविष्य के बारे में नहीं बता सकता हूं। उन्होंने कहा कि मैं अकेला नहीं हूं। व्यक्तिगत फैसला नहीं ले सकता हूं। 52 साल के सामाजिक व राजनीतिक जीवन में बहुत से दोस्त बने हैं। उन्होंने बहुत मदद की है, इसलिए उनसे विचार करने के बाद ही कोई कदम उठाऊंगा।

Captain Amarinder’s Big Political Attack

कैप्टन ने घटनाक्रम वाले दिन के बारे में बताया कि उस दिन सुबह मुझे करीब 10 बजे सोनिया गांधी का फोन आया था। मैं तब कहीं और था। मैंने जैसे ही मिस्ड कॉल देखी, उन्हें कॉल किया। मैंने उनसे कहा कि मैम सीएलपी की मीटिंग एआईसीसी ने बुलाई है, आप कहते तो हम बुला लेते। यह तो ठीक नहीं है, मैं इस्तीफा दे दूं। उन्होंने कहा कि आप इस्तीफा दे दीजिए। मैंने उनसे कहा कि मैंने तो तभी आपसे कहा था, जब आपसे बात हुई थी कि अगर मेरी लीडरशिप में कोई समस्या है, तो मैं इस्तीफा दे देता हूं। बहरहाल, मैंने उन्हें धन्यवाद कह कर बात खत्म की और तुरंत इस्तीफा बनवाया। राज्यपाल से वक्त मांगा और दे दिया। मैंने कभी गांधी परिवार पर कोई टिप्पणी नहीं की।
कैप्टन ने बताया कि भाजपा या मोदी से करीबी का आरोप कहां से पैदा होता है। मैं पंजाब के मुख्यमंत्री के तौर पर सरकार व राज्य को लेकर सिर्फ प्रधानमंत्री से ही नहीं, अन्य केंद्रीय मंत्रियों से भी मिलता हूं। पंजाब बॉर्डर स्टेट है, जिससे गृह मंत्री से कई बार बात करनी पड़ती है और मिलना भी पड़ता है। प्रधानमंत्री से 20 बार वर्चुअल मीटिंग हुई। मैं यह कहकर मीटिंग से अलग नहीं रह सकता कि मैं कांग्रेस शासित राज्य का मुख्यमंत्री हूं। मुझे वित्त मंत्री से मिलना पड़ता है क्योंकि राज्य के लिए रुपये की जरूरत पड़ती है, वो तो वहां से ही लाने हैं। इसको लेकर यह कह देना कि मेरा भाजपा या मोदी से कोई रिश्ता है तो यह कहां तक उचित है? मैं कांग्रेस के प्रति सदैव वफादार रहा हूं।

सिद्धू के पीछे चलने पर बरबाद हो जाएंगे चन्नी : Capt Amarinder Singh

कैप्टन ने कहा कि चरणजीत सिंह चन्नी बहुत काबिल और पढ़े लिखे अच्छे व्यक्ति हैं। वह अच्छे मुख्यमंत्री साबित होंगे। वह मेरे मंत्रिमंडल में मंत्री रहे हैं, काबिलियत से काम किया है मगर वह सिद्धू के पीछे चलेंगे तो बरबाद हो जाएंगे। कांग्रेस हो या सरकार लीडरशिप से चलती है। मुझे जब सोनिया जी ने कहा कि आप मुख्यमंत्री पद की शपथ लीजिए, तो शपथ के दूसरे दिन ही मैंने अपने मंत्रिमंडल और उनके विभाग तय कर लिये। अब सुन रहा हूं कि मंत्री कौन बनेगा और किसे कौन से विभाग मिलेंगे, यह हाईकमान तय करेगा। यह ठीक नहीं है। हाईकमान ने आपको लीडरशिप दे दी तो अब आपका काम है सरकार और मंत्रिमंडल चलाना। मंत्रिमंडल का कलेक्टिव एफर्ट होता है सरकार चलाना, मगर लीडरशिप एक ही होती है। इसी तरह पार्टी की लीडरशिप होती है मगर जो हो रहा है, वैसे नहीं चलता है। कैप्टन ने कहा कि कांग्रेस बहुत अच्छा कर सकती है मगर उसकी लीडरशिप को लीडर की तरह काम करना होगा, नहीं तो सिद्धू के हाथ में खेलकर सब खराब हो जाएगा।

Also Read: CM Yogi: सीएम योगी ने दादरी में सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का किया अनावरण

Connect With Us: Twitter facebook