India News (इंडिया न्यूज़), Know about its symptoms and remedies: डेंगू और मलेरिया ऐसी बीमारी हैं जिसका डर देश में हर साल सभी के मन मे रहता है। ये बीमारी मच्छरों के काटने से होती हैं। इससे बचने के लिए हमें इसकी शुरुआती लक्षण और इलाज के बारे में जानना बेहद जरुरी होता है। इसको लेकर विशेषज्ञों का कहना है कि, भारत को इस बिमारियों की टेस्टिंग बढ़ाने और फैलने पर बेहतर डेटा इकट्ठा करने और ग्रामीण स्तर पर देखभाल करने की ज्यादा जरूरी है। तो चलिए जानते है मलेरिया के बारे मे और इससे बचने के उपाय के बारे में।
क्या होता है मलेरिया ?
दरअसल मलेरिया बिमारी मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से होती है। जब संक्रमित मादा एनाफिलीज मच्छर किसी इंसान को काटती है, तो उसके संक्रमण से मलेरिया होता है। एनाफिलीज मच्छर के काटने से प्लाज्मोडियम नामक पैरासाइट आपके ब्लड में पहुंचता है। यह मच्छर ज्यादातर नम और पानी वाली जगहों मिलते है। इसलिए मच्छर से बचाव के लिए घर के आसपास सफाई रखनी काफी जरुरी होता है।
मलेरिया के लक्षण
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| ब्लडी स्टूल (मल में खून आना |
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मलेरिया से बचने के उपाय
- मच्छरों से बचने के लिए आपको अपने स्किन पर रिपेलेंट लोशन लगाना चाहिए।
- बारिश का मौसम में फूल कपड़े ही पहनें। त्वचा को जितना ढक कर रख सकते हैं रखें,
- गमलों, कूलर और घर के आसपास किसी भी तरह पानी जमा न होने दें।
- मच्छरों को अपने घर में आने से रोकने के लिए खिड़कियों बन्द रखें और दरवाजों पर जाली लगा दें।
- मलेरिया जैसे लक्षणों का अनुभव कर रहे हैं, तो डॉक्टर के पास जाएं।
- कोनों में मच्छरों को भगाने वाले स्प्रे, कॉइल या किसी भी तरह के रिपेलेंट का इस्तेमाल करें।
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