India News (इंडिया न्यूज), Grindr App:ग्रिंडर एक क्वीर डेटिंग ऐप है। क्वीर का मतलब है कि यह मुख्य रूप से LGBTQ (लेस्बियन, गे, बाइसेक्सुअल, ट्राइसेक्सुअल) लोगों के लिए बनाया गया है। ऐप का दावा है कि यह LGBTQ समुदाय का सबसे बड़ा सोशल नेटवर्किंग ऐप है। यह गूगल प्ले स्टोर और ऐपल के ऐप स्टोर पर उपलब्ध है। भारत में भी कई लोग इस ऐप का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन अब यह अपराध करने का जरिया बन गया है।
पैसे ऐंठने का अड्डा बना
ताजा घटना यूपी के ग्रेटर नोएडा की है। मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है जो ग्रिंडर ऐप के जरिए लोगों को फंसाकर उनसे पैसे ऐंठने का काम करते थे। रिपोर्ट के मुताबिक, ऐप के जरिए लड़कों में दिलचस्पी रखने वाले लोगों से संपर्क किया जाता था। फिर मुलाकात तय होती थी। पीड़ित जब पहुंचा तो उसे हथियार दिखाकर धमकाया गया। बाद में ब्लैकमेल कर पैसे भी ऐंठे गए। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने एक साल में करीब 25 लोगों को अपना शिकार बनाया।
घर बुलाकर लूटपाट
ऐसे अपराधी हैं जो ग्रिंडर जैसे ऐप पर फर्जी प्रोफाइल बनाते हैं, जिनका मकसद लोगों को लूटना होता है। चेन्नई से सामने आए एक मामले में कपड़ा कारोबारी को लूट लिया गया। उसने ग्रिंडर ऐप के जरिए एक लड़के से दोस्ती की। उसे अपने घर बुलाया। लड़के ने कहा कि उसके साथ दो और लोग आएंगे। ये सभी कारोबारी के घर पहुंचे। उसके साथ मारपीट की। उसे बांधकर बाथरूम में बंद कर दिया। फिर 30 तोला सोना और 2.5 किलो चांदी लूट ली। अब चेन्नई पुलिस ने भी लोगों को ऐसे ऐप से सावधान किया है।
इन बातों का रखें ध्यान
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आप किसी से ऑनलाइन दोस्ती कर रहे हैं तो सबसे पहले यह सुनिश्चित कर लें कि वह व्यक्ति फर्जी तो नहीं है।
किसी अनजान व्यक्ति को अपने घर न बुलाएं। अपनी निजी जानकारी उसके साथ साझा न करें।ग्रिंडर जैसे ऐप जो डेटिंग के लिए बनाए गए हैं, उनमें धोखाधड़ी की संभावना बहुत अधिक है। ऐसे ऐप से सावधान रहना चाहिए। सुरक्षित रहने की जरूरत है।