India News (इंडिया न्यूज),Bahraich Encounter:बहराइच में रविवार शाम से शुरू हुई सांप्रदायिक हिंसा अभी शांत नहीं हुई है। महसी और महाराजपुर से शुरू हुई यह हिंसा शहरी क्षेत्र के साथ गांवों में भी फैल गई है। सुबह जब रामगोपाल का शव पोस्टमार्टम हाउस से आया तो हजारों की भीड़ जमा हो गई। इसके बाद भीड़ ने अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया। इससे ग्रामीणों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई। शव को तहसील मुख्यालय पर रखकर प्रदर्शन किया गया। इसके बाद समझाइश के बाद करीब चार बजे शव का अंतिम संस्कार किया गया।

परिवार ने रखी अजीब शर्त

इस बीच रामगोपाल मिश्रा के परिवार ने अजीब शर्त रख दी। परिवार ने कहा कि वे तभी मानेंगे जब आरोपी को उनके सामने एनकाउंटर में मारा जाए। मृतक के भाई, बहन और पिता ने मीडिया से बातचीत में यह मांग की। उन्होंने कहा कि दोषियों को उनके सामने एनकाउंटर में मारा जाए और उनके घरों पर बुलडोजर चलाया जाए।

दहशत का माहौल

महसी के महराजगंज कस्बे में विसर्जन जुलूस के दौरान पथराव और फायरिंग की आग धीरे-धीरे पूरे जिले में फैलती जा रही है। सोमवार की सुबह से ही पूरे जिले में भय और दहशत का माहौल रहा। दहशत का आलम यह रहा कि नगर के मुख्य बाजार घंटाघर से लेकर पीपल तिराहा तक की दुकानें बंद रहीं। उधर, महराजगंज कस्बे में सुबह से ही सन्नाटा पसरा रहा और सिर्फ पुलिस के जवान ही नजर आए। खौफ से भरे लोग अपने घरों में कैद रहे और बाजार की सभी दुकानें बंद रहीं। विवाद का असर शिवपुर विकास खंड के बाजार में भी देखने को मिला और पूरे शिवपुर के बाजार भी बंद रहे। इस दौरान लोग बाजार में विरोध प्रदर्शन भी करते नजर आए।

साथ ही खैरीघाट, भगवानपुर चौराहा, राजीचौराहा, महसी आदि क्षेत्रों में भी बाजार बंद रहे और लोग दहशत में रहे। बाजारों और सड़कों पर सिर्फ पुलिस के जवान ही नजर आए। कुछ ही देर में गांव में करीब 5000 की भीड़ जमा हो गई और तनाव बढ़ गया। कुछ देर बाद आक्रोशित ग्रामीण शव लेकर महसी तहसील मुख्यालय पहुंच गए और शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस दौरान लोगों ने महसी-राजी चौराहा मार्ग पर जाम भी लगा दिया। सूचना मिलने पर डीएम, एसपी और विधायक महसी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास करते रहे।

लाठी लेकर प्रदर्शन कर रहे युवा

प्रदर्शन स्थल और रेहुआ गांव में भारी पुलिस बल तैनात है। पीएसी के जवान भी तैनात हैं और स्थिति को संभालने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन जैसे-जैसे समय बीत रहा है, तनाव बढ़ता जा रहा है। सैकड़ों की संख्या में युवा हाथों में लाठी-डंडे लेकर सड़कों पर घूम रहे हैं और नारेबाजी कर रहे हैं।

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