(संजय शर्मा की रिपोर्ट),India News (इंडिया न्यूज),Maharashtra New Government:महाराष्ट्र में चुनाव नतीजे 23 नवंबर को आ चुके है लेकिन अभी तक सरकार का गठन नहीं हो पाया है। भावी मुख्यमंत्री कौन होगा यह भी अभी तक तय नहीं है हालांकि देवेन्द्र फडणवीस का नाम सबसे आगे माना जा रहा है लेकिन अभी तक घोषणा नहीं हो पाई है। कल 4 दिसंबर को महाराष्ट्र भाजपा विधायक दल की बैठक में नेता का नाम तय होगा जो महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा।

नाम तय करने में क्यों हो रही है देरी

आखिर मुख्यमंत्री का नाम तय करने में 10 दिन क्यों लग गए ? इस पर विचार करे तो इस बार सबसे बड़ा पेंच एकनाथ शिंदे ने फसाया है जो चुनाव नतीजे आने के बाद खुद को ही मुख्यमंत्री मान रहे थे लेकिन जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ उनकी बैठक हुईं उसमे अमित शाह ने स्पष्ट कह दिए कि इस बार मुख्यमंत्री भाजपा का होगा क्योंकि भाजपा के 132 विधायक जीते है 149 सीट लड़ कर 132 जीतने का अर्थ सबसे ज्यादा 90 प्रतिशत स्ट्राइक रेट रहना है।

क्यों नाराज हैं एकनाथ शिंदे ?

अमित शाह के इस स्पष्ट संदेश के बाद एकनाथ शिंदे दिल्ली से लौटने के बाद पहले दो दिन के लिए सतारा चले गए। उन्होने अपनी नाराजगी जताई बाद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बात करने के बाद वह मुंबई लौट कर आए लेकिन मुख्यमंत्री निवास की जगह थाने जाकर बैठ गए।

शिंदे की पार्टी के नेताओ का कहना था कि शिंदे चाहते है कि उनको सीएम बनाया जाए सीएम नहीं बनाया जाता है तो कम से कम उप मुख्यमंत्री के साथ उनको गृह मंत्रालय दिया जाए और विधानसभा स्पीकर का पद भी उनकी पार्टी को दिया जाए।लेकिन भाजपा की ओर से उनको साफ शब्दों में बता दिया कि ना गृह मंत्रालय उनको दिया जाएगा ना विधानसभा स्पीकर का पद मिलेगा दोनो पद भाजपा अपने पास ही रखेगी।

एकनाथ शिंदे पुराने खिलाड़ी

यह बात होते ही खबरे आने लगी कि एकनाथ शिंदे की तबीयत खराब हो गई है उनको वायरल बुखार हुआ है। एकनाथ शिंदे पुराने खिलाड़ी है शिवसेना को तोड़ कर आए है वह अच्छी तरह से जानते है कि सरकार बनने के पहले जो मिल गया वहीं मिलेगा बाद मै कुछ मिलने वाला नहीं है।

भाजपा के पास पर्याप्त संख्या बल मौजूद

महायुती के नेताओ की बैठक मुम्बई में बुलाई गई जो शिंदे कि बीमारी की वजह से रद्द करना पड़ी। देवेन्द्र फडणवीस एकनाथ शिंदे की बीमारी की वजह जानते थे उन्होंने शिंदे पर दबाव बनाने के लिए पहले अजीत पवार को अमित शाह से मुलाकात करने के लिए दिल्ली भेजा और एकनाथ शिंदे को फोन कर कहा कि अमित शाह या भाजपा उनके दबाव में आने वाली नहीं है।भाजपा चाहती है तीनो घटक मिलकर सरकार बनाए वर्ना भाजपा के पास पर्याप्त संख्या बल मौजूद है।

देवेन्द्र फडणवीस की यह धमकी काम कर गई एकनाथ शिंदे बातचीत की टेबल पर आए और महायुती के तीनों नेताओ की बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंस से हुई इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह भी कुछ देर के लिए जुड़े और अमित शाह ने एकनाथ शिंदे से कहा कि महायुती सरकार में उनका मान सम्मान बना रहेगा।

अस्पताल में जाकर भर्ती हो गए शिंदे

अमित शाह की बात सुनकर एकनाथ शिंदे ने आज फिर महायुती की बैठक अपने सीएम निवास वर्षा में बुलाने का फैसला किया
लेकिन आज सुबह वह थाने से सीधे जुपिटर अस्पताल में जाकर भर्ती हो गए। हालांकि एकनाथ शिंदे की मलेरिया डेंगू सहित सभी बीमारियों कि रिपोर्ट नेगेटिव आयी थी।

उनके अस्पताल में भर्ती होने के बाद फिर चर्चा होने लगी कि अब महायुती की बैठक नहीं हो सकेगी। फिर दिल्ली से एक फोन आता है कि  एकनाथ शिंदे को एकाएक अस्पताल से छुट्टी मिल गई और वह मुंबई सीएम निवास चले गए हैं। एकनाथ शिंदे को बीमारी कौन सी हुई और उनकी बीमारी ठीक कैसे हुईं किस डॉक्टर ने उनकी बीमारी ठीक की इन सभी बातों का जवाब शपथ ग्रहण समारोह में मिलेगा जब यह सार्वजनिक होगा कि उनको कौन सा मंत्रालय मिला है।

PM Modi के दूत ने LAC पर शांति बहाल करने का श्रेय किसे दिया? भारत-चीन संबंध पर कह दी बड़ी बात, सुनकर विपक्षियों का लटक गया मुंह

PM Modi के दूत ने LAC पर शांति बहाल करने का श्रेय किसे दिया? भारत-चीन संबंध पर कह दी बड़ी बात, सुनकर विपक्षियों का लटक गया मुंह