India News (इंडिया न्यूज), Maulana Tauqeer Raza: अपने बयानों के कारण विवादों में अक्सर विवादों में रहने वाले मौलाना तौकीर रजा का एक वीडियो सामने आया है। जो कि, उनके बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। उन्होंने यह बयान मुस्लिम लड़कियों और हिंदू लड़कों को लेकर दिया है। मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि मुस्लिम युवाओं के खिलाफ साजिश रची जा रही है। मुस्लिम बस्तियों में युवाओं को निशाना बनाकर उन्हें नशे का आदी बनाया जा रहा है। मुस्लिम युवा नशे की खरीद-फरोख्त का धंधा कर रहे हैं। बता दें कि मौलाना का यह बयान कोई नया नहीं है इससे पहले भी उन्होंने कई बयान दे चुके हैं, तो चलिए जानते हैं मौलाना तौकीर रजा से जुड़ी सारी जानकारी।
कौन हैं मौलाना तौकीर रजा?
बता दें कि, मौलाना तौकीर रजा बरेली के एक धार्मिक नेता हैं। वे सुन्नी मुसलमानों के बरेली संप्रदाय से ताल्लुक रखते हैं। वे विश्व प्रसिद्ध आला हजरत परिवार से आते हैं, जिन्होंने इस्लाम के सुन्नी बरेलवी संप्रदाय की शुरुआत की थी। तौकीर रजा इस परिवार के राजनीति में प्रवेश करने वाले पहले सदस्य हैं। उन्होंने वर्ष 2001 में अपनी राजनीतिक पार्टी इत्तेहाद-ए-मिल्लत परिषद की स्थापना की। अपने पहले ही चुनाव में उनकी पार्टी ने 10 नगरपालिका सीटें जीतीं। वर्ष 2009 में रजा कांग्रेस में शामिल हो गए। उनके समर्थन से कांग्रेस उम्मीदवार भाजपा उम्मीदवार संतोष गंगवार को हराने में सफल रहे। उत्तर प्रदेश के बरेली में हुए हिंदू-मुस्लिम दंगों में आरोपी बनाकर पुलिस ने तौकीर रजा को गिरफ्तार किया था। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में तौकीर रजा ने समाजवादी पार्टी का समर्थन किया था। उनकी पार्टी ने भोजीपुरा से चुनाव भी जीता था। 2013 में सपा सरकार ने तौकीर रजा को हैंडलूम कॉरपोरेशन के उपाध्यक्ष का पदभार दिया था, जिसे उन्होंने मुजफ्फरनगर दंगों के बाद वापस कर दिया था। बाद में उन्होंने सपा से भी इस्तीफा दे दिया था। इस बीच उन्होंने आप के अरविंद केजरीवाल से मुलाकात कर भी सुर्खियां बटोरी थीं। साल 2014 में तौकीर रजा ने मायावती की बसपा का समर्थन किया था। साल 2015 में उन्होंने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AML) का गठन किया था।
1. हिंदुओं को दी थी धमकी
तौकीर रजा का विवादों से पुराना नाता है। उन्होंने साल 2017 में द्रौपदी को लेकर विवादित बयान दिया था। 2022 में बरेली में मुसलमानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कथित तौर पर हिंदुओं को धमकी दी थी। उन्होंने कहा था कि मैं अपने हिंदू भाइयों को चेतावनी देना चाहता हूं कि मुझे डर है कि जिस दिन मेरा मुस्लिम नौजवान कानून अपने हाथ में लेने को मजबूर हो जाएगा, तुम्हें हिंदुस्तान में कहीं भी छिपने की जगह नहीं मिलेगी।
2. ज्ञानवापी पर दी धमकी
ज्ञानवापी में कथित शिवलिंग मिलने पर तौकीर रजा ने कहा था कि फव्वारे को शिवलिंग मानकर धर्म और कानून का मजाक उड़ाया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि अयोध्या मुद्दे पर जितना भी झूठ बोला गया, अब हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। सरकार हर मस्जिद को मंदिर बनाना चाहती है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो इसके गंभीर परिणाम होंगे।
3. सरकार से हिसाब लेने की धमकी
जेल से रिहा होने के बाद तौकीर रजा ने आजम खान से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि योगी सरकार ने आजम खान पर बहुत जुल्म किए हैं। एक-एक करके सभी जुल्मों का हिसाब सरकार से लिया जाएगा।
4. नागरिकता कानून के खिलाफ बयान
तौकीर रजा ने देशभर में सीएए के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान भी विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि अगर भारत सरकार नागरिकता संशोधन विधेयक वापस नहीं लेती है तो सड़कों पर खून बहेगा। सबसे पहले उन्हें गोली लगेगी। दंगे होंगे और इसमें मुस्लिम और दलित भी उनका साथ देंगे।
5. तस्लीमा नसरीन के खिलाफ फतवा
साल 2007 में तौकीर रजा ने बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन के खिलाफ फतवा जारी किया था। उन्होंने तस्लीमा का सिर काटकर लाने वाले को 5 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि फतवा वापस लेने का एक ही तरीका है कि वह अपनी किताबें जला दें और भारत छोड़ दें।