India News (इंडिया न्यूज),Tahawwur Rana: मुंबई आतंकी हमलों के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा को अमेरिका से भारत लाया जा चुका है और अब इस आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए कैसे और क्या साजिश रची गई, इसका जल्द ही पर्दाफाश होगा और सभी दबे हुए राज सामने आएंगे। आरोपी तहव्वुर राणा को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां से एनआईए उसकी 15 दिन की रिमांड मांग सकती है।आरोपी तहव्वुर राणा पाकिस्तान का नागरिक है, जो अमेरिका में रह रहा था। राणा को फांसी देने की मांग की जा रही है। इस बीच भारत में राणा का केस लड़ने और उसे फांसी से बचाने के लिए वकील पीयूष सचदेवा उसका केस लड़ेंगे।
कौन हैं पीयूष सचदेवा?
पीयूष सचदेवा (37) दिल्ली के वकील हैं। वह दिल्ली स्टेट लीगल सर्विसेज अथॉरिटी से जुड़े हैं। हालांकि, वह यह केस सिर्फ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा दी गई जिम्मेदारी के कारण लड़ रहे हैं। जबकि राणा को भारत का दुश्मन माना जाता रहा है। वहीं, भारत की न्याय व्यवस्था सभी को कोर्ट में लड़ने का मौका देने और वकील देने की इजाजत देती है, इसी के तहत पीयूष सचदेवा उनका केस लड़ेंगे।
कानूनी सफर काफी लंबा
वकील सचदेवा ने साल 2011 में आईएलएस लॉ कॉलेज पुणे से कानून की डिग्री और किंग्स कॉलेज लंदन से इंटरनेशनल बिजनेस एंड कमर्शियल लॉ में मास्टर डिग्री हासिल की है। उनके जीवन का कानूनी सफर काफी लंबा है, जो साल 2012 में शुरू हुआ और एक दशक से भी ज्यादा लंबा है और जितना लंबा सफर है, उतना ही ज्यादा अनुभव भी है। अपनी फर्म सीजीसी पार्टनर्स में शामिल सचदेवा साल 2021 से डीएलएसए में लिस्टेड हैं।
क्यों लड़ रहे हैं राणा का केस
अगर कोई कैदी कोर्ट में अपने बचाव के लिए वकील नहीं रख पाता है या कोई वकील उसका केस लड़ने को तैयार नहीं होता है तो वह विधिक सेवा प्राधिकरण से वकील मांग सकता है। इसके बाद आरोपी के अनुरोध पर विधिक सेवा प्राधिकरण उसके बचाव के लिए वकील नियुक्त करता है। इसी के तहत पीयूष सचदेवा को आरोपी तहव्वुर राणा का वकील बनाया गया है। दरअसल, आरोपी तहव्वुर राणा का केस लड़कर वकील सचदेवा अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं।